कोरोना से जंग सावधानियां से जीती जा सकती है, लापरवाही से तो जंग में हारना निश्चित है। वायरस बेकाबू हो जाएगा और लोगों को फिर से जान आफत में पड़ जाएगी। अस्पतालों से लेकर मेडिकल स्टारों तक चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ेगा। खुद की लापरवाही को नजरअंदाज किया जा रहा है।
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी किया जा रहा है। इस लहर में संक्रमण बड़ों से ही बच्चों तक पहुंचने की संभावना है। अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए लोगों को अभी से ही सावधानियां बरतनी होगी। सबसे जरूरी मास्क है, जिसको भीड़ वाली जगहों पर चेहरे से नहीं हटाना है। शरीरिक दूरी का पालन भी बेहद जरूरी है। प्रशासन को प्राइवेट और सरकारी बसों और डग्गामार वाहनों में भी नियमों का पालन कराने की जरूरत है, क्योंकि यहां से वायरस का सबसे ज्यादा फैलने का खतरा बना हुआ है। बसों में बचाव के कोई साधन नहीं हैं। डग्गामार वाहनों में तो जरा भी सावधानियां नहीं बरती जा रही है। तीसरी लहर में जिले के हालत न बिगड़े इसके लिए पहले ही प्रशासन को इसकी व्यवस्था करनी होगी। लापरवाही बरतने वाले लोगों को जागरूक करना पड़ेगा।
जो अपनी हरकतों बाज नहीं आ रहे है उनके खिलाफ कार्रवाई करने से ही राहत पहुंचेगी। अभी थोड़ी राहत है तो इसे आफत में न बदला से रोकना है। सीएमओ डा. आरके टंडन ने कहा कि लापरवाही भारी पड़ जाएगी, इसके लिए सभी को सावधानियां बरतनी है। तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका है। इस लिए सभी को सावधानियां बरतनी है।