नई दिल्लीः खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने एक दिन में सर्वाधिक मधुमक्खी बक्सों का वितरण करके विश्व रिकॉर्ड बनाया है। केवीआईसी ने कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित जंगली सेना क्षेत्र में यह वितरण किया। इससे पहले विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर केवीआईसी ने काजीरंगा वन क्षेत्र में मिशींग जनजाति समुदाय के बीच 1000 मधुमक्खी बक्सों का वितरण करके रिकॉर्ड बनाया था। जंगल वन क्षेत्र में 233 लाभार्थियों के बीच 2330 मधुमक्खी बक्सों का वितरण किया गया है।
इस अवसर पर जम्मू कश्मीर के उप-मुख्यमंत्री श्री कविन्दर गुप्ता ने कहा कि केवीआईसी के कार्यक्रमों से घाटी में रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
केवीआईसी के चेयरमेन विनोद कुमार सक्सेना ने कहा कि शहद मिशन का लक्ष्य प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘मीठी क्रांति’ के सपने को पूरा करना है। केवीआईसी ने ‘शहद मिशन’ के तहत नवम्बर, 2018 से पहले पूरे देश में 1.3 लाख मधुमक्खी बक्सों के वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया है। अब तक 27000 मधुमक्खी बक्से वितरित किए जा चुके हैं। चेयरमेन ने आगे कहा कि केवीआईसी प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के लिए नोडल एजेंसी है। इसके अंतर्गत शहद के प्रसंस्करण, पैकेजिंग और लेबल लगाने से जुड़ी इकाइयों को ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
भारतीय सेना के सद्भावना कार्यक्रम के तहत कुपवाड़ा में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य घाटी में शांति और सद्भावना की स्थापना करना है। मेजर जनरल सी.बी. पोनप्पा, जीओसी वज्र डिविजन कुपवाड़ा, ने कहा कि ऐसे विकास कार्यक्रम जम्मू–कश्मीर में शांति व सद्भावना की स्थापना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। भारतीय सेना ने लोगों को प्रशिक्षित करने में सहायता प्रदान की है और मधुमक्खी छत्तों के निर्माण के लिए 10 प्रतिशत वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई है। इस प्रकार लाभार्थियों को अपनी आजीविका के लिए एक मंच प्राप्त हुआ है।