पांच अखिल भारतीय सर्वेक्षणों के शुभारम्भ के लिए देश भर में श्रम ब्यूरो द्वारा कराए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला में, ब्यूरो ने 24 से 26 मार्च, 2021 तक कोलकाता में प्रवासी श्रमिकों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण और त्रैमासिक अखिल भारतीय संस्थान आधारित रोजगार सर्वेक्षण (एक्यूईईएस) के लिए पर्यवेक्षकों/ जांचकर्ताओं के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह प्रशिक्षण श्रम ब्यूरो के अधिकारियों द्वारा दिए गए थे और इसमें सर्वेक्षण से जुड़े पर्यवेक्षकों और ब्यूरो के अधिकारियों ने भाग लिया था। प्रत्यक्ष भागीदारी के अलावा, देश भर से पर्यवेक्षकों/अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से प्रशिक्षण में भाग लिया।
दोनों सर्वेक्षणों की प्रभावी निगरानी के लिए पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से कठिन और गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया था। ब्यूरो के अधिकारियों ने प्रवासी श्रमिकों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण और संस्थान आधारित रोजगार के लिए अखिल भारतीय त्रैमासिक सर्वेक्षण के लिए सर्वेक्षण तंत्र पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया। दोनों सर्वेक्षणों के लिए दो दिन लंबे समानांतर प्रशिक्षण सत्रों में, पर्यवेक्षकों को सर्वेक्षण के उद्देश्यों, सर्वेक्षण तंत्र और घरेलू सर्वेक्षण के क्षेत्रीय कार्य के विवरण से रूबरू कराया गया। यह समग्र प्रशिक्षण कार्यक्रम दोनों सर्वेक्षणों के तहत उच्च गुणवत्ता के नतीजे हासिल करने के उद्देश्य से तैयार किया गया था।
ये दो सर्वेक्षण ब्यूरो द्वारा शुरू किए जा रहे पांच अखिल भारतीय सर्वेक्षणों में शामिल हैं। ब्यूरो ने इन सर्वेक्षणों के लिए आईटी सहयोग उपलब्ध कराने के लिए हाल में भारत सरकार के एक उपक्रम बीईसीआईएल के साथ भागीदारी की थी। पर्यवेक्षकों को उपरोक्त दोनों सर्वेक्षणों के लिए श्रम ब्यूरो के मार्गदर्शन में आईटी भागीदार द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर एप्लीकेशनों के उपयोग से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया गया था। क्षेत्रीय जांचकर्ता सभी पांचों सर्वेक्षणों के तहत क्षेत्रीय डाटा संग्रहण के लिए टैबलेट्स पर इन एप्लीकेशंस का उपयोग करेंगे। सर्वेक्षण सॉफ्टवेयर एप्लीकेशंस में तेजी और ज्यादा सूक्ष्मता के साथ क्षेत्रीय कार्य करने के लिए जरूरी सभी नई खूबियां मौजूद हैं। इन सर्वेक्षणों को कराने में तकनीक के एकीकरण से सर्वेक्षण को पूरा करने में लगने वाला 30-40 प्रतिशत तक घट जाएगा।
ब्यूरो द्वारा प्रवासी श्रमिकों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण और एक्यूईईएस को 1 अप्रैल, 2021 से शुरू किया जाएगा। अन्य तीन सर्वेक्षण चरणबद्ध तरीके से एक के बाद एक करके शुरू किए जाएंगे। सभी सर्वेक्षण श्रम एवं रोजगार के क्षेत्र में नीति निर्माण के लिए अहम डाटा उपलब्ध कराएंगे। विशेषज्ञ समूह के अध्यक्ष प्रो. एस पी मुखर्जी के नेतृत्व में प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए गए थे। इस अवसर पर अपने संबोधन में, श्रम ब्यूरो के डीजी श्री डीपीएस नेगी ने इन सर्वेक्षणों के महत्व पर जोर दिया और साथ ही श्रम व रोजगार के क्षेत्र में नीति निर्माण में इनकी अहमियत के बारे में बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि ब्यूरो इन सर्वेक्षणों के प्रशिक्षण पहलुओं पर खास ध्यान दे रहा है जिससे पर्यवेक्षक और जांचकर्ता स्पष्ट रूप से इनके उद्देश्य को समझ सकें, जिससे उन्हें प्रतिक्रियाएं लेने में मदद मिलेगी और इससे उच्च गुणवत्ता वाले नतीजे सुनिश्चित होंगे। कार्यक्रम के सफल समापन पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि इस 1 अप्रैल, 2021 को दो सर्वेक्षणों को हरी झंडी दिखाने से पहले पर्यवेक्षकों और क्षेत्रीय जांचकर्ताओं को इस तरह का एक और प्रशिक्षण दिया जाएगा।