लद्दाख के युवाओं के बेहतर भविष्य को सुरक्षित करने के लिए भारतीय सेना की सतत पहल के हिस्से के रूप में, लेह स्थित कॉर्प्स ऑफ इंडियन आर्मी ने कॉरपोरेट पार्टनर हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और कार्यकारी एजेंसी राष्ट्रीय अखंडता एवं शैक्षणिक विकास संघठन (एनआईईडीओ) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए । लेह में 26 अप्रैल, 2021 को हुए इस समझौते के अवसर पर जीओसी 14 कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन, एचपीसीएल के क्षेत्रीय प्रबंधक, रिटेल जम्मू एवं कश्मीर श्री प्रिंस सिंह, एनआईईडीओ के मैनेजिंग ट्रस्टी और सीईओ डॉ. रोहित श्रीवास्तव, सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। समारोह में लेह के सांसद श्री जमैया त्सेरिंग नामग्याल, लद्दाख संघ राज्य क्षेत्र के माननीय एलजी के सलाहकार, संघ राज्य क्षेत्र लद्दाख के एलजी के सचिव और लेह के चीफ एक्जीक्यूटिव काउंसलर श्री ताशी ग्यालसन, संघ राज्य क्षेत्र लद्दाख के मुख्य सचिव उपस्थित थे।
प्रोजेक्ट लददाख इग्नाइटेड माइंड्स : एक उत्कृष्टता और देखभाल के केंद्र की परिकल्पना संघ राज्यक्षेत्र लद्दाख के युवाओं के लिए बेहतर भविष्य को सुरक्षित करने के लिए की गई है। जो कि प्रवेश परीक्षाओं के लिए 12 महीने की अवधि का मार्गदर्शन और उसके लिए एक पूर्णकालिक आवासीय कार्यक्रम है। जिसके जरिए लद्दाख के युवाओं को देश में मौजूद विभिन्न मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज प्रवेश दिलाया जा सके । भारतीय सेना के तत्वावधान में कार्यक्रम को कानपुर स्थित एनजीओ, राष्ट्रीय अखंडता और शैक्षणिक विकास संगठन (एनआईईडीओ) द्वारा निष्पादित किया जाएगा। भारतीय सेना, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के जरिए जरूरी आर्थिक सहायता के साथ प्रशासन और रसद के परिचालन की देखरेख करेगी।
कानपुर स्थित शैक्षणिक ट्रस्ट जिसे राष्ट्रीय अखंडता और शैक्षणिक विकास संगठन (एनआईईडीओ) नाम दिया गया है। उसे कार्यक्रम को निष्पादित करने की जिम्मेदारी दी गई है। जो न केवल बच्चों का मार्गदर्शन करेगा बल्कि उनकी भविष्य की योजनाओं में भी सहायता करेगा। साथ ही उन्हें मूल्यों आधारित शिक्षा भी प्रदान करेगा। इसके तहत प्राथमिक कैरियर चुनने, सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग, महत्वपूर्ण जीवन दक्षताओं, नेतृत्व क्षमता, व्यक्तिगत विकास, देखभाल कार्यक्रम, व्यावसायिक प्रशिक्षण, व्यक्तित्व विकास के साथ उन्हें उस वक्त तक तैयार किया जाएगा जब तक वह राष्ट्र के लिए उत्पादक मानव संसाधन नहीं बन जाते।
इस अवसर पर, जीओसी 14 कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने कहा कि भारतीय सेना उन प्रयासों पर जोर दे रही है, जो न केवल कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करते है, बल्कि संघ राज्यक्षेत्र लद्दाख के के विशेषाधिकार प्राप्त वर्गों को रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं। इस तरह का प्रयास स्थानीय लोगों के साथ भारतीय सेना की निरंतर बातचीत का परिणाम है। स्थानीय लोगों ने सेना के निरंतर प्रयास की सराहना की है। जिसके परिणामस्वरूप न केवल प्रतिभावान प्रतिभाशाली छात्रों को सुविधा मिलेगी, बल्कि उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। यह लद्दाखी समाज को बदलने के लिए एक प्रभावी जरिया है और वंचितों के लिए आशा की एक नई किरण के रुप में प्रोत्साहित करेगा।