नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज यहां केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे पी नड्डा और केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते की उपस्थिति में लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया और शताब्दी दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता भी की। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव श्री सी के मिश्रा और स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ जगदीश प्रसाद भी उपस्थित थे।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुये राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि शताब्दी समारोह सिर्फ कोई अवसर नहीं है बल्कि अपनी उपलब्धियों और चुनौती को दिखाने का एक सुनहरा मौका है। उन्होंने ये भी कहा कि यह छात्रों, संकाय शिक्षकों और साथ ही संस्थान के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि ये इनके अध्ययन और अकादमिक उत्कृष्टता का परिणाम है। ये जरूरतमंद लोगों को सांत्वना और राहत प्रदान करने का अवसर भी देगें। युवा स्नातक डॉक्टरों को सलाह देते हुये राष्ट्रपति ने कहा कि पढ़ाई के दौरान कॉलेज ने आपमें दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए जो कौशल विकसित किया है उस पर आपको गर्व होना चाहिए। राष्ट्रपति ने छात्रों को सलाह देते हुये कहा कि सच्चे रहें, अपने अंदर विश्वास रखें, संवेदना की भावना रखें और अपने दृढ़ विश्वास से कभी डिगे नहीं। उन्होंने आगे छात्रों को संबोधित करते हुये कहा कि आप अपने पेशे में हमेशा सीखते रहने की प्रवृति, छात्रों, नवीन आविष्कारों और शोधकर्ताओं पर विशेष रूप से ध्यान देते रहें।
राष्ट्रपति ने डॉक्टरों को समाज का सबसे महत्वपूर्ण घटक करार दिया जिनके ऊपर जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का दवाब है। उन्होंने उपस्थित डॉक्टरों और छात्रों से कहा कि ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान कर देश में चिकित्सा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर आप लोग ध्यान केंद्रित करें।
इस अवसर पर बोलते हुये केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे पी नड्डा ने कहा कि ‘सबके लिए स्वास्थ्य’ एक राष्ट्रीय लक्ष्य और सरकार के लिए प्राथमिकता भी है। स्वास्थ्य मंत्री ने जोर देकर कहा कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से देश के कई भागों में एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना की जा रही है।साथ ही श्री नड्डा ने ये भी कहा कि मौजूदा प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में भी शीर्ष स्तर की बुनियादी ढांचे और सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। मेडिकल शिक्षकों को भी बारीकी से नीति नियोजन, विनियमन और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में मानकों को लागू करने में शामिल किया जाएगा।
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के योगदान की सराहना करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ योजना माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की एक प्रमुख पहल है और जो उनके दिल के सबसे करीब भी है। श्री नड्डा ने कहा कि लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज अब तक की एक ऐसी एकमात्र ऐतिहासिक शिक्षण संस्थान है जो पिछले एक सदी से भी अधिक समय से महिलाओं की शिक्षा और मुक्ति की दिशा में काम कर रहा है।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुये स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज को पुनर्विकसित और आधुनिक बनाने की एक योजना बनाई है जिससे यह संस्थान भी दुनिया के सबसे अच्छे संस्थानों के समकक्ष खड़ा हो सके। श्री नड्डा ने कहा कि पुनर्विकास योजना के तहत सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक और अन्य संबद्ध संरचनाओं के पूरा होने के बाद वर्तमान परिसर में भीड़ में कमी होगी; शिक्षण और अनुसंधान तथा रोगियों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो पायेंगी। श्री नड्डा ने छात्रों से जोर देकर कहा कि हमेशा गरीबों, जरूरतमंदों और वंचितों के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए काम करने के बड़े उद्देश्य को कभी न भूलें। उन्होंने कहा कि कोई भी मरीज सिर्फ इस कारण से इलाज से वंचित नहीं रहना चाहिए कि वह गरीब है या निचले तबके से संबंधित है और मुझे यह पूरा विश्वास है कि आपलोग जिन्हें आज यहां इस दीक्षांत समारोह में डिग्री मिल रही है अपने पूर्ववर्तियों की इस विरासत को आगे बढ़ायेंगे और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में अपने स्वयं के नाम के साथ-साथ संस्थान का नाम भी रौशन कर गौरवान्वित करेंगे।
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज इस देश का एक प्रमुख संस्थान है। लड़कियों के लिए भारत में सबसे पुराने चिकित्सा कॉलेजों में से एक होने का गौरव इस संस्थान को हासिल है, साथ ही इसे कनॉट प्लेस, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन के निर्माण से भी पहले स्थापित होने का गौरव हासिल है। स्वतंत्रता के समय और उसके कई वर्षों बाद तक भी दिल्ली में इसे एक मात्र मेडिकल कॉलेज होने पर गर्व है। इस संस्थान की नीव 17 मार्च 1914 को लेडी हार्डिंग ने रखी थी। अपनी स्थापना के इन सौ वर्षों में कॉलेज ने कई आयाम पाये हैं। इस शताब्दी वर्ष में इस संस्थान के कई विभाग अलग से भी उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैं। इसके साथ ही कॉलेज 23 सितम्बर को अपना स्थापना दिवस भी मनायेगा और इस दिन संचार राज्यमंत्री श्री मनोज सिन्हा द्वारा एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया जाएगा।
इस अवसर पर लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और संबंधित अस्पतालों के निदेशक डॉ जगदीश चंद्रा, कई संकाय शिक्षकगण, डॉक्टर, सीनियर एवं जूनियर रेजिजेन्ट्स, छात्रगण और मंत्रालय के भी कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।