लखनऊ: कन्नौज की सांसद श्रीमती डिम्पल यादव से आज यहां 5, कालिदास मार्ग पर लखीमपुर खीरी जनपद से आए थारू जनजाति की लड़कियों के एक दल ने मुलाकात की।
इस दल को पिछले एक हफ्ते से लखनऊ में कराटे, संगीत, कम्प्यूटर, आत्मरक्षा, कानून, इंग्लिश स्पीकिंग, थानों की कार्यप्रणाली इत्यादि से सम्बन्धित विभिन्न प्रकार की जानकारियां दी जा रही थीं। मुलाकात के दौरान इन लड़कियों ने अपनी विभिन्न जानकारियों जैसे इंग्लिश स्पीकिंग, एफ0आई0आर0 लिखने की प्रक्रिया इत्यादि के विषय में श्रीमती यादव को बताया। बाइस (22) लड़कियों के इस दल ने श्रीमती यादव के समक्ष एक गीत भी प्रस्तुत किया, जिसे उन्होंने पूरी तन्मयता से सुना और खूब सराहा।
श्रीमती यादव ने दल की हौसलाअफज़ाई करते हुए कहा कि जीवन में कभी-भी हतोत्साहित नहीं होना चाहिए और सदैव अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि बुलन्द हौसले से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि थारू जनजाति जंगल में निवास करती है और उन्हें कतिपय कारणों से आधुनिक जीवन शैली की अधिक जानकारी नहीं है।
श्रीमती यादव द्वारा लड़कियों से लखनऊ देखने के सम्बन्ध में जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि यहां पर वे अब तक रेलवे स्टेशन, विधान सभा इत्यादि महत्वपूर्ण स्थल देख चुकी हैं। यह जानकारी लेने पर कि उन्होंने इस्केलेटर्स का इस्तेमाल किया, जिस पर लड़कियों ने ना में जवाब दिया। कन्नौज की सांसद ने अधिकारियों को इन्हें इस्केलेटर्स के इस्तेमाल के विषय में जानकारी देने और इस्केलेटर्स दिखाने के निर्देश दिए। इस दल की लड़कियों ने अपने लखनऊ प्रवास का पूरा आनन्द लिया और नौकरी करने की शपथ भी ली। उन्होंने अपने गांववासियों को नशाखोरी से उबारने और आधुनिक जीवन शैली के बारे में सूचित करने का भी प्रण किया। कार्यक्रम के दौरान एक थारू लड़की द्वारा डाॅक्टर बनने की इच्छा व्यक्त करने पर श्रीमती यादव ने अधिकारियों को उसके लिए कोचिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर कन्नौज की सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार थारू जनजाति को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए लगातार प्रयासरत है। जिससे इस जनजाति के लोग भी शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं को प्राप्त कर जागरूक बनें और अपना भविष्य बेहतर बना सकें। उन्होंने कहा कि थारू जनजाति के विकास की योजनाओं के लिए राज्य सरकार धन की कमी नहीं होने देगी।
श्रीमती यादव ने कहा कि थारू जनजाति का जंगलों को बचाये रखने में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि कतिपय कानूनों की वजह से थारू जनजातीय क्षेत्र में विकास गतिविधियों जैसे, बिजली अथवा टेलीफोन की लाइनें बिछाना, घर बनाने आदि में कठिनाइयां आती हैं। इसके बावजूद राज्य सरकार कानून के दायरे में सभी सम्भव तरीकों से थारू जनजाति के विकास के लिए प्रयास करती रहेगी। कन्नौज की सांसद ने कहा कि दिल्ली हाट की भांति लखनऊ में बनने वाले बाजार में थारू महिलाएं भी अपने हस्तशिल्प का प्रदर्शन एवं विक्रय कर सकेंगी।
उल्लेखनीय है कि विगत 30 सितम्बर को राज्य सरकार ने एक नई पहल करते हुए प्रदेश के थारू जनजातीय क्षेत्र की उद्यमी बालिकाओं/महिलाओं को मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ मंे स्थित ओरछा के ताराग्राम में शैक्षणिक भ्रमण हेतु भेजा था। इसके तहत जनपद खीरी एवं बहराइच के थारू क्षेत्र की 20-20 बालिकाओं/महिलाओं का चयन किया गया था। लगनशील, मेहनती तथा सीखने की इच्छा से भरपूर इन बालिकाओं/महिलाओं को एन0आर0एल0एम0 के तहत शिक्षित करके कम्प्यूटर की भी जानकारी दी जा चुकी है। इन्हें थारू जनजाति के सम्बन्ध में सरकार की विकास योजनाओं से अवगत कराया जा चुका है।
ज्ञातव्य है कि खीरी की जिलाधिकारी श्रीमती किंजल सिंह ने अपने जनपद के थारू जनजाति के लोगों में जागरूकता लाने का अभियान चला रखा है। उनके नेतृत्व में आए थारू जनजाति की लड़कियों के इस दल को जनपद खीरी में ‘1090’ वीमेन पावर लाइन के बारे में जानकारी दी गई एवं इसके प्रयोग का तरीका भी बताया गया था। इसके सम्बन्ध में वहां पर एक ‘वर्कशाॅप’ का आयोजन भी किया जा चुका है। इन लड़कियों ने ‘1090’ के तहत पावर एन्जेल ‘शक्ति परी’ बनने में दिलचस्पी भी दिखाई है। दल की सभी लड़कियां हाईस्कूल पास हैं तथा इनमें से कई लड़कियां उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर रही हैं और कई अच्छी खिलाड़ी भी हैं, जो राज्य स्तर पर खेल चुकी हैं।
कार्यक्रम के दौरान आई0जी0 वीमेन पावर लाइन श्री नवनीत सिकेरा भी मौजूद थे।