दौसा: बुधवार को नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान खुदकुशी करने वाले किसान गजेंद्र सिंह का उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर भारी भीड़ उमड़ी जिनमें विभिन्न दलों के नेता भी शामिल रहे। राजस्थान के दौसा जिले के नांगल झामरवाड़ा गांव में बुधवार से ही मातम का माहौल था। गुरुवार सुबह 8 बजे के करीब गजेंद्र सिंह का शव ऐंबुलेंस से उनके घर लाया गया। दरअसल गांव में शादी थी और सारा आयोजन गजेंद्र के घर के पास ही किया गया था। ऐसे में विदाई हो जाने के बाद ही ऐंबुलेंस गांव में लाई गई। कुछ देर तक घर पर रखने के बाद शव को स्थानीय श्मशान घाट ले जाया गया। यहां पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। ‘गजेंद्र का बलिदान, याद करेगा हिंदुस्तान’, ‘जय जवान, जय किसान’ जैसे नारों के बीच करीब 10 बजे उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अन्य राजनीतिक पार्टियों के छोटे-बड़े नेताओं ने भी उपस्थिति दर्ज करवाई। नम आंखों से विदाई दे रही भीड़ में ज्यादातर लोगों का मानना है था कि गजेंद्र ने खुदकुशी नहीं की है बल्कि शहादत दी है। लोगों का कहना था कि किसानों के हकों के लिए उन्होंने अपनी जान दी है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी इस मौके पर मौजूद थे। गहलोत ने कहा कि हम पहले से ही कह रहे थे मगर किसानों की समस्या को राज्य सरकार समझ नहीं रही है। सचिन पायलट ने कहा कि वह गजेंद्र के परिवार की पूरी मदद करेंगे।