लखनऊः नवरात्र पर हर दिन का खास महत्व है। वातावरण को शुद्ध और पवित्र करने के लिए घर में गुग्गुल, लोबान, कपूर, देशी घी का धुआं करें। रोली से पूजन स्थल पर स्वास्तिक बनाएं। इससे वास्तुदोष भी दूर होते हैं।
प्रथम नवरात्रि पर मां के चरणों में गाय का शुद्ध घी अर्पित करने से आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है।
दूसरे नवरात्रि के दिन मां को शक्कर का भोग लगाएं और इसे घर में सभी सदस्यों को दें। इससे आयु में वृद्धि होती है।
तृतीय नवरात्रि के दिन दूध या दूध से बनी मिठाई, खीर का भोग मां को लगाएं एवं इसे ब्राह्मण को दान करें। इससे दुखों से मुक्ति होकर परम आनंद की प्राप्ति होती है।
चतुर्थ नवरात्र पर मां भगवती को मालपुए का भोग लगाएं और ब्राह्मण को दान दें। इससे बुद्धि का विकास होने के साथ निर्णय लेने की शक्ति बढ़ती है।
नवरात्रि के पांचवें दिन मां को केले का नैवेद्य अर्पित करने से शरीर स्वस्थ रहता है।
नवरात्रि के छठे दिन मां को शहद का भोग लगाएं, इससे आकर्षण शक्ति में वृद्धि होती है।
सप्तमी पर मां को गुड़ का नैवेद्य अर्पित करने और इसे ब्राह्मण को दान करने से शोक से मुक्ति मिलती है एवं अचानक आने वाले संकटों से रक्षा भी होती है।
अष्टमी पर मां को नारियल का भोग लगाएं और नारियल का दान करें। इससे संतान संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
नवमी के दिन तिल का भोग लगाकर ब्राह्मण को दान दें। इससे मृत्यु का भय समाप्त होता है। अनहोनी से भी बचाव होता है।