चित्रकूट। मध्य प्रदेश में चित्रकूट विधानसभा सीट पर मतगणना हो रही है। चित्रकूट विधानसभा सीट पर हुए इस उपचुनाव में कुल 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच में है। मतगणना स्थल पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही पूरे मतगणना स्थल की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। यहां पर 6 उप-पुलिस अधीक्षक, 24 निरीक्षक, 48 उप-निरीक्षक, 400 का जिला बल और करीब 100 सीआरपीएफ के जवान मौजूद हैं। पूरी व्यवस्था को 6 सेक्टर में बांट दिया गया है। आइए जानते हैं चित्रकूट विधानसभा सीट के उपचुनाव की मतगणना का पल-पल का अपडेट।
सातवां राउंड
– कांग्रेस को इस राउंड में 5076 वोट मिले हैं।
– सातवें राउंड में भी भाजपा पीछे रही है। इस राउंड में भाजपा को 2344 वोट मिले हैं।
– इस राउंड में 156 वोट नोटा पर पड़े।
छठा राउंड
– छठे राउंड की गिनती के बाद कांग्रेस के प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी, भाजपा के प्रत्याशी शंकर दयाल त्रिपाठी से 10,000 से भी अधिक वोटों से हुए आगे।
– भाजपा की झोली में सिर्फफ 2526 वोट ही आए।
– इस राउंड में कांग्रेस के हिस्से में 4515 वोट गए।
– छठा राउंड भी चित्रकूट सीट पर भाजपा के लिए खराब दिखाई दे रहा है।
– इस राउंड में 108 वोट नोटा पर पड़े।
पांचवां राउंड
– भाजपा को पांचवें राउंड में 2228 वोट मिले।
– पांचवें राउंड में कांग्रेस को 4270 वोट मिले।
– पांचवें राउंड में भी कांग्रेस को भाजपा से अधिक वोट मिले।
– इस राउंड में 126 वोट नोटा पर पड़े।
चौथा राउंड
– भाजपा के शंकर दयाल त्रिपाठी को 1919 वोट मिले।
– कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी के खाते में 4350 वोट गए।
– इस राउंड में 192 वोट नोटा पर पड़े।
तीसरा राउंड
– भाजपा के शंकर दयाल त्रिपाठी को 1855 वोट मिले हैं।
– कांग्रेस के प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी को 4438 वोट मिले हैं।
– इस राउंड में कांग्रेस 5584 वोटों से आगे हो गई।
– इस राउंड में 159 वोट नोटा पर पड़े।
दूसरा राउंड
– नोटा पर 185 वोट डाले गए थे।
– भाजपा के शंकर दयाल त्रिपाठी को 1727 वोट मिले
– कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी को 5255 वोट मिले।
पहला राउंड
– भाजपा के शंकर दयाल त्रिपाठी को 3254 वोट मिले।
– कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी को 3781 वोट मिले।
– 181 वोट नोटा पर पड़े थे।
– पहले राउंड में भाजपा 527 वोटों से आगे रही।
– सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना की गई। कुल मिलाकर 84 डाक मतपत्र भेजे गए, जिनमें से कोई भी वापस नहीं आया।