नई दिल्ली: जिला एवं ग्राम स्तरों पर स्थानीय प्रशासन देश में कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगातार विभिन्न उपाय कर रहा है। कुछ पहलें जिनका अनुसरण अन्य द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रचलनों के उदाहरण के रूप में किया जा सकता है, निम्नलिखित हैं-
कर्नाटक: ग्रामीणों की आरंभिक जांच करने के लिए, ग्राम पंचायत ने रामनगर जिले के कनकपुरा तहसील के उइमबाली ह्रम पंचायत के आशा कार्यकर्ताओं को थर्मल स्कैनर उपलब्ध कराया।
पंजाब: पंजाब के पठानकोट जिले हारा गांव की सरपंच पंचायत को सुरक्षित रखने के लिए संभावित कदमों को उठाने में प्रेरणादायी रही है। उन्होंने कोविड-19 के लिए बचाव संबंधी उपायों के बारे में परिवारों को जानकारी देने के लिए हर दरवाजे तक जाने का अभियान चलाया। वह खुद से फेस मास्क सिलती हैं। उन्होंने दूसरे गांवों से जोड़ने वाले रास्तों को बंद कर दिया एवं गांव के सभी प्रवेश बिंदुओं पर चेक पोस्ट बनाया। सरकारी स्कूल को सरपंच के पर्यवेक्षण में आइसोलेशन वॉर्ड में तब्दील कर दिया गया है।
राजस्थान: कोविड-19 महामारी के संबंध में जिला नागौर में ग्राम पंचायत-जायल द्वारा की जाने वाली पहलें –
- सैनिटाइजेशन- नियमित स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है और गांवों में सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया जा रहा है।
- ग्राम पंचायत में मास्कों का वितरण किया जा रहा है।
- ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों एवं सामाजिक संगठनों द्वारा राशन का वितरण किया जा रहा है। बेघरों को पका हुआ भोजन दिया जा रहा है।
- उच्च अधिकारियों द्वारा समय समय पर राहत सामग्री केंद्र की जांच करवाई जा रही है।
- लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे जरुरतमंद लोगों को पका हुआ भोजन एवं अन्य खाद्य वस्तुएं उपलब्ध करवाएं।
- परामर्शियों के आधार पर ग्राम पंचायत द्वारा एक क्वारांटाइन केंद्र (ग्राम पंचायत स्कूल) की स्थापना की गई।
- राशन वितरण के साथ साथ एक सामाजिक सेवा संगठन द्वारा आवारा पशुओं के लिए चारा भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
- सूचना बोर्डों, लाउड स्पीकरों एवं अन्य माध्यमों का उपयोग करते हुए अधिक से अधिक लोगों तक कोरोना से सुरक्षा के लिए घर पर ही रहने के सरकार के निर्देशों को प्रचारित किया जा रहा है।
तेलंगाना: तेलंगाना के जिला मजिस्ट्रेट ने खरीद केंद्रों पर होने वाली अनियमितताओं की जांच करने के लिए ग्राम खरीद केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। यादारी और भैंसना के कलक्टरों ने आरंभिक प्रक्रिया का निरीक्षण करने के लिए कई गांवों का दौरा किया तथा किसानों को खाद्यान्न खरीद के लिए एक पारदर्शी और जवाबदेह प्रणाली का भरोसा दिलाया।
हिमाचल प्रदेश: दुनी पंचायत (किन्नौर जिला) की महिला मंडल अपने खुद के पैसे से फेस मास्क की सिलाई कर रही हैं।ये महिलाएं प्रतिदिन 200 से अधिक मास्कों का निर्माण कर रही हैं और विशेष रूप से गरीब मजदूरों के लिए पंचायत में वितरण कर रही हैं।
- रोपा घाटी (किन्नौर जिला) के ग्राम पंचायत गोबांग ने पंचायत के क्षेत्र में सभी सार्वजनिक स्थानों एवं सरकारी संस्थानों को सैनिटाइज कर दिया है। पंचायत नियमित रूप से सोशल डिस्टेंसिंग एवं लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन करने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर रहा है।