त्यूणी: दुर्गम क्षेत्र के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने को कथियान में खोला गया राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय सिर्फ एक बंद कक्ष बनकर रह गया है। एक महीने से डॉक्टर व अन्य स्टाफ कर्मियों के ड्यूटी पर नहीं होने के कारण मजबूरी में ग्रामीणों को सीएचसी त्यूणी की राह पकड़नी पड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की अधिकारियों और कर्मचारियों की यह लापरवाही बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद और भारी लगने लगी है। सरकारी स्तर पर जारी तमाम प्रयासों के बाद भी जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर के दुर्गम गांवों की बदहाल स्वास्थ्य सेवा में कोई खास सुधार नहीं हो रहा। महकमे के आलाधिकारियों की रहम से तहसील क्षेत्र अंतर्गत कथियान में नियुक्त डॉक्टर देहरादून अटैच हो गए हैं। इतना ही नहीं यहां तैनात फार्मासिस्ट भी अधिकांश समय ड्यूटी से नदारद रहते हैं। इसके चलते लोगों को मामूली बीमारी के इलाज के लिए 40 किमी दूर सीएचसी त्यूणी जाना पड़ रहा है। बीते दिनों बर्फबारी से अवरुद्ध दारागाड़-कथियान मार्ग के चलते दर्जनभर मरीज मीलों पैदल चलकर पिछले दो दिन में कथियान इलाज के लिए पहुंचे। लेकिन अस्पताल में ताला होने से उन्हें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ब्यूरोचीफ उत्तराखण्ड
कविन्द्र पयाल