नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान देश के किसी भी हिस्से में अनाज की कमी ना हो, इसके लिए केंद्र सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. भारतीय खाद्य निगम देश भर में अनाज की सप्लाई सुनिश्चित कर रहा है. लॉकडाउन के दौरान 24 मार्च से लेकर 16 अप्रैल तक देश भर में लगभग 33 लाख मीट्रिक टन अनाज की सप्लाई FCI के द्वारा की गई है. देश के अलग-अलग राज्यों में ट्रक, मालगाड़ी और अन्य साधनों द्वारा गेहूं, चावल जैसे आवश्यक अनाजों की सप्लाई की जा रही है.
ये कोरोना वॉरियर्स सिर्फ इंसानियत और मानवता के लिए दिन रात काम कर रहे हैं. ताकि देश का कोई गरीब भूखा ना रहे. ये अपने घर परिवार को छोड़कर हमारे और आपके लिए अनाज की ढुलाई कर रहे हैं. अपने बच्चों से नहीं मिल पा रहे हैं लेकिन आपके बच्चों की खुशी के लिए ये पूरी ईमानदारी से मेहनत कर रहे हैं.
इस गोदाम में अनाज की क्वालिटी का भी ध्यान रखा जा रहा है, महिला कर्मचारियों को इस ड्यूटी में लगाया गया है. ताकि मिलावटी अनाज लोगों तक पहुंचने से रोका जा सके.
दिल्ली के इस गोदाम के डिविजनल मैनेजर फैसल नईम बताते हैं कि हमारी कोशिश यही है कि देश के प्रत्येक नागरिक तक अनाज पहुंचे. पीएम मोदी के प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को सफल बनाना हमारी कोशिश है. 22 मार्च से हमारे किसी कर्मचारी ने छुट्टी नहीं ली है, ये देश सेवा का मौका है.
देशभर में FCI के लगभग 20 हजार कर्मचारी इन दिनों देश के वो कोरोना वॉरियर्स हैं जो हम तक अनाज पहुंचा रहे हैं.
भारतीय खाद्य निगम वो संस्था है जिसके माध्यम से केंद्र सरकार राज्यों तक अनाज की सप्लाई करवाती है. कोरोना में लॉकडाउन के दौरान भारतीय खाद्य निगम ने 33.43 लाख मीट्रिक टन अनाज देश के कई राज्यों में पहुंचाया है. ये अनाज राज्यों के FCI गोदाम में भेजा जाता है, वहां से राज्य सरकारें अपने राज्य के लोगों की जरूरतों के हिसाब से अनाज खरीदती हैं और गरीब जनता के बीच सस्ते रेट में पहुंचाती हैं. लॉकडाउन से पहले भी राज्यों के पास अनाज के स्टॉक मौजूद हैं.
इसलिए जो लोग एजेंडा के तहत भारत में अनाज की कमी को लेकर बातें करते हैं, उन्हें ये आँकड़े ज़रूर देखने चाहिए और इन अन्न वॉरियर्स की ईमानदारी व मेहनत को देखना और समझना भी चाहिए.
24 मार्च से लेकर 16 अप्रैल तक लगभग 1194 Rakes अनाज की सप्लाई की गई. Rakes का मतलब यहां पर मालगाड़ी के डिब्बों से होता है. मालगाड़ी के डिब्बों में 2 प्रकार के Rakes होते हैं.
1. Jumbo Rakes: 58 डिब्बों वाली मालगाड़ी को Jumbo Rakes कहते हैं. इसमें एक साथ 3,500 मीट्रिक टन अनाज की सप्लाई होती है. यानि लगभग 70 हज़ार अनाज की बोरियां.
2. Normal Rakes: 42 डिब्बों वाली मालगाड़ी को Normal Rakes कहते हैं. इसमें एक साथ 2600-2800 मीट्रिक टन अनाज की सप्लाई होती है. यानी लगभग 56 हजार बोरियां.
आपको बता दें कि 80 करोड़ लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के अंतर्गत लाभार्थी हैं. इन्हें प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुहैया कराया जाता है. गेहूं 2 रूपये प्रति किलो और चावल 3 रूपये प्रति किलो के हिसाब से दिया जाता है.
इसके अतिरिक्त पीएम मोदी ने 26 मार्च को इस बात का ऐलान किया था कि अगले 3 महीने तक देश के लगभग 80 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति के आधार पर 5 किलो अनाज (गेहूं या चावल) और 1 किलो दाल मुफ्त में दी जाएगी.
कुल मिलाकर केंद्र सरकार की तरफ से अनाज की सप्लाई सुनिश्चित कराई जा रही है, अब राज्य सरकारों को चाहिए कि अपने राज्य के FCI गोदाम से जरूरत के हिसाब से अनाज लेकर गरीबों तक बांटे, ताकि कोरोना की इस महामारी के बीच कोई भी गरीब भूखा ना रहे. Source Zee News