उत्तरकाशी/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को जनपद उत्तरकाशी के भ्रमण के दौरान लोनिवि निरीक्षण भवन में देर सायं तक जन अदालत कार्यक्रम में जनता की समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान उनके जनपद में ही हो, इसके लिए वे प्रदेश भर में ऐसी जन अदालत लगा रहे है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने उत्तरकाशी क्षेत्र के दूरदराज क्षेत्रों से आए लोगों की समस्याओं को सुना और मौके पर ही अधिकारियों को उनके समाधान के निर्देश दिये। कुछ मामलों पर शासन से स्वीकृति दिलाने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड़ के प्रत्येक गांव में जाना उनका लक्ष्य है। उन्होंने जिला अधिकारी को निर्देश दिये कि आज की जन अदालत में जितनी शिकायतें आयी है, उनका माह में एक बार स्वयं भी अनुश्रवण करे। स्याबा ग्राम से आये व्यक्ति द्वारा समस्या रखी गई है कि आपदा में उनके गांव को जोड़ने वाला पुल बह गया। उसके स्थान पर ट्राली लगायी है, जिससे आवागमन के दौरान लोगो की उंगलियां कट जाती है। इस पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिला अधिकारी को निर्देश दिये कि जितनी भी स्थानों पर ट्राली व्यवस्था है, वहां पर लोनिवि विभाग दो-दो मजदूर लगाये। यही नही मुख्यमंत्री ने दूरभाष पर सचिव लोनिवि को निर्देश दिये कि प्रदेश में जहां-जहां पर ट्राली लगायी गई है, वहां पर भी दो-दो मजदूर तैनात किये जाय। स्याबा से एक व्यक्ति द्वारा समस्या रखी गई कि ट्राली से उसका हाथ कट गया, जिसके आर्थिक सहायता हेतु अनुरोध किया गया है। इस पर मुख्यमंत्री ने मौके पर ही 25 हजार रुपये स्वीकृत किये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने जन अदालत में लोनिवि विभाग, समाज कल्याण, राजस्व, बिजली, पेयजल, शिक्षा सहित सभी विभागों से संबंधित शिकायतों को सुना और मौके पर ही उनके निस्तारण के निर्देश दिये। लोनिवि विभाग से संबंधित समस्याओं को सुनते हुए मुख्यमंत्री ने मौके पर ही कुछ सड़कों की स्वीकृति के निर्देश जिलाधिकारी को दिये।
इस अवसर पर सभा सचिव एवं विधायक विजयपाल सजवाण, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व विधायक केदार सिंह रावत, जिला अधिकारी इन्दुधर बौडाई, आदि उपस्थित थे।