साउथ फिल्म इंडस्ट्री के भगवान माने जाने वाले रजनीकांत 12 दिसंबर को 68 साल के हो जाएंगे। रजनीकांत का जन्म 12 दिसमबर 1950 को कर्नाटक के बैंगलोर में मराठी परिवार में हुआ था। उनका असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ हैं। रजनीकांत के जन्मदिन पर साउथ में जश्न का महौल रहता है। रजनीकांत ने अपने करियर में लगभग164 फिल्में की है और इन फिल्मों में ज्यादातर फिल्में सुपरहिट रही हैं।
साल 1975 में तमिल फिल्म से रजनीकांत ने अपने करियर की शुरूआत की थी। इतने साल साउथ फिल्में करने के बाद 1983 में रजनीकांत को बॉलीवुड की फिल्म से ब्रेक मिला और यह फिल्म थी’अंधा कानून’। इस फिल्म में रजनीकांत के साथ मुख्य भूमिका मेंहेमामालिनी और रीना रॉय थी। इसके साथ हीउस जमाने के दिग्गज कलाकार और साथ ही फेमस खलनायकप्राण, प्रेम चोपड़ा, अमरीशपुरी, मदनपुरी और डैनी भी फिल्म में थे। इन सबके सामने रजनीकांत का पहली बार हिन्दीफिल्म में काम करना और अपने आपको प्रुफ करना बहुत बड़ी बात थी।
फिल्म के डायरेक्टर को इस बात पर थोड़ी शंका थी कि फिल्म सफर होगी भी या नहीं इसके लिए उन्होंने फिल्म में अमिताभ बच्चन को भी रोल दिया। भले ही अमिताभ का रोल छोटा था।हिन्दी दर्शकों को जहांरजनीकांत ने अपने एक्शन से सिगरेट स्टाइल से प्रभावित किया वहीं अमिताभ बच्चन ने अपने अभिनय से उन्हें अपने साथ जोडनेमें सफलता की। ‘अंधा कानून’ वर्ष 1983 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्म साबित हुई।
साल 2000 में डायरेक्टर टी.रामाराव की फिल्म ‘बुलंदी’ में रजनीकांत अंतीम बार नजर आए थे जिसमें उन्होंनेअनिल कपूर के साथ स्क्रीन शेयर किया था। इसके बाद उनकी हिन्दी में कोई फिल्म नहीं आई। वर्ष 2010 में उनकी हिन्दी में डब फिल्म ‘रोबोट’ आई थी, जिसका सीक्वल इस साल 29 नवम्बर को ‘2.0’ के नाम रिलीज हुआ है।
रजनीकांत की फैंन फोल्लोविंग किसी से भी छिपी नहीं है। साउथ में लोग उनकी एक झलक पाने के लिए पागल रहते हैं और रजनी खुद भी अपने चाहने वालों को काफी पसंद करते हैं। आज उनके जन्मदिन के दिन अपको किस्सा बताते हैं।
दरअसल, 2007 में जब रजनीकांत की एक फिल्म ‘शिवाजी’ आई थी,फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई का नया रिकॉर्ड बनाया था। फिल्म की सफलता से खुश होकर रजनीकांत अपने साथियों के साथ मंदिर चले गए।इस दौरान मंदिर में कोई उन्हें पहचान न ले इसके लिए रजनीकांत ने अपना हुलिया बदल लिया था। सारी सिक्योरिटी टीम ये जानती थी कि रजनीकांत को अगर कोई भी पहचान लेगा तो भीड़ को नियंत्रित कर पाना कठिन होगा और इसलिए मेकअप आर्टिस्ट ने इस सुपरस्टार को एक बूढ़े आदमी का गेटआप दिया था।
इस दौरान रजनीकांत बेहद ही साधारण कपड़े पहनकर मंदिर की सीढ़ियां चढ़ रहे थे और उनके साथ ही एक महिला भी सीढ़ियां चढ़ रही थी, जैसे ही उस महिला ने उन्हें देखा तो उसे लगा कि कोई कमजोर बुजुर्ग आदमी है और हालत भी ठीक नहीं है। इसलिए महिला ने रजनीकांत को भिखारी समझ उनके हाथ में दस रुपए का एक नोट थमा दिया था। हैरानी वाली बात तो ये है कि रजनीकांत ने चुपचाप वह नोट रख लिया था।
फिर जब रजनीकांत मंदिर पहुंचे तो उन्होंने अपने जेब में से पर्स निकालकर सारे पैसे भगवान के चरणों में रख दिए।वो ही महिला वहां खड़ी होकर ये सब देख रही थी और जब उसने रजनीकांत को गौर से देखा तो वो उन्हें पहचान गई।लेकिन तब तक रजनीकांत दर्शन कर बाहर निकल चुके थे। फिर वह महिला भागकर उनके पास पहुंची और उनसे माफी मांगीसाथ ही ये कहा कि, ‘मुझसे भूल हो गई, मेरे दस रुपए मुझे वापस कर दीजिए।’ इसके जवाब में रजनीकांत ने कहा कि, ‘आपके दस रुपए मेरे लिए भगवान के आशीर्वाद की तरह हैं।आप केवल मुझ पर अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखें।’