लखनऊ: राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना जिसका संचालन उत्तर प्रदेश राज्य में स्टेट एजेन्सी काॅम्प्रिहेन्सिव हेल्थ इंश्योरेन्स (साची) द्वारा किया जा रहा है, जिसने अपने लक्षित लाभार्थियों तक पहंुचने के लिये एक साहसिक पहल की है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजनान्तर्गत 40 लाख से अधिक बी0पी0एल0 श्रेणी के लाभार्थी परिवारों को रू0-30,000/- प्रतिवर्ष तक की स्वास्थ्य बीमा के माध्यम से मुफ्त चिकित्सीय सुविधा चिन्हित अस्पतालों द्वारा उपलब्ध करायी जाती है, जिसमें निजी अस्पताल भी सम्मिलित हैं।
श्री अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में आज आयोजित बैठक में उनके द्वारा स्टेट एजेन्सी काॅम्प्रिहेन्सिव हेल्थ इंश्योरेन्स (साची) की आधिकारिक वेबसाइट का उद्घाटन किया गया, जो कि आम जनता एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्य हित धारकों को लाभार्थियों की पूर्ण जानकारी एवं सेवा प्रदाताओं का विवरण, जिसमें चिकित्सालय एवं जिला समन्वयक शामिल हैं, का पूर्ण विवरण एक ही स्थान पर उपलब्ध कराती है। यह देश की एक मात्र ऐसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की वेवसाइट है, जो योजना के सफल क्रिर्यान्वयन के लिए दैनिक अनुश्रवण क्रियाविधि के साथ-साथ विभिन्न सूचनाएं जैसे कि क्लेम विश्लेषण, जनपद एवं ग्राम आधारित चिकित्सालयों का प्रोफाइल उपलब्ध कराती है। यह वेबसाइट योजना के टोल फ्री नम्बर -1800 1800 4444 जो कि एक काॅल सेन्टर द्वारा संचालित किया जाता है, के साथ मिलकर योजना के लाभार्थियों तक चिकित्सीय सुविधाएं पहुंचाने की कोशिश कर रही है।
आज की बैठक का मुख्य जोर इस बात पर था कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों को सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने हेतु किस प्रकार आकर्षित किया जाए। जनपद स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के स्मार्ट कार्ड धारकों को सरकारी अस्पतालों में विशेष सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी, जिसमें अलग से पंजीकरण काउन्टर, प्राथमिकता पर भर्ती, अलग प्राइवेट वार्ड, मुफ्त में भोजन, अस्पताल से छुट्टी के पश्चात् पाँच दिन की मुफ्त दवा, रू0-100/- यात्रा-भत्ता इत्यादि। योजना के अन्तर्गत चिकित्सीय कैम्प एवं अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से अधिक से अधिक लाभार्थियों तक चिकित्सीय सुविधा पहंचाने के उद्देश्य से जनपदों को लक्ष्य दिये गये हैं।
एक विशेष पायलेट प्रोजेक्ट जो कि शीघ्र ही संचालित किया जाना प्रस्तावित है, के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न चिकित्सा सुविधाएं, जिसमें 102/108 एम्बुलेन्स शामिल हैं, को वर्तमान में जारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के साथ एकीकृत किया जाना है, जिससे लाभार्थियों को टोल फ्री नम्बर के माध्यम से चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सके तथा तत्पश्चात् स्वास्थ्य व्यवस्थापकों द्वारा मरीजों की निगरानी की जा सके। अन्य अधिकारीगण जिन्होंने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया, उनमें श्री आलोक कुमार मित्रा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, डा0 पी0एन0 सिंह, अपर निदेशक एवं स्टेट नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना एवं डा0 बी0के0 पाठक, संयुक्त निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, विभिन्न जनपदों के डिस्ट्रिक्ट की मैनेजमेन्ट आॅथारिटी ;क्ज्ञड।द्धए बीमा सेवा प्रदाता कम्पनियों के प्रतिनिधि, वित्त विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीगणों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
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