लखनऊ: दिनांक 16 मार्च, 2015, अखिल भारतीय विष्वकर्मा षिल्पकार महासभा की प्रथम कार्यकारिणी की बैठक विष्व युवक केन्द्र षान्ती मार्ग, नई दिल्ली में गत दिवस सम्पन्न हुई। बैठक में विष्वकर्मा समाज की बुनियादी समस्याओं को लेकर पूरे देष में जनजागरण अभियान चलाने तथा सभा सम्मेलन करके लोगों को एकजुट करने का निर्णय लिया गया। उत्तर प्रदेष सहित देष के सभी राज्यों में अखिल भारतीय विष्वकर्मा षिल्पकार महासभा की राश्ट्रीय कमेटी व प्रदेष कमेटी को गठित करने का निर्णय लिया गया। महासभा पूरे देष में सदस्यता अभियान चलाने तथा समाज की जनगणना कराकर विष्वकर्मा समाज की वास्तविक जनसंख्या को देष के सामने लायेगी। इस अभियान में लोहार, बढ़ई, स्वर्णकार, कसेरा, मूर्तिकार, षिल्पकार, पाॅचाल, धीमान, जांगिड़, मैथिल, रामगढ़िया आदि जातियों को अपने अधिकारों के प्रति सचेत किया जायेगा।
अखिल भारतीय विष्वकर्मा षिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राम आसरे विष्वकर्मा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि षिल्पकारों के विकास के लिये विष्वकर्मा षिल्पकार विकास निगम/आयोग की स्थापना, विष्वकर्मा जयन्ती का राश्ट्रीय अवकाष, षिल्पकार वर्ग की जातियों जैसे लोहार, बढ़ई, आदि को अनुसूचित जाति में षामिल करना, इंजीनियरिंग, तकनीकी संस्थाओं में रिक्त पडे़ कारपेन्टर के पदों पर केवल विष्वकर्मा वंषियों की नियुक्ति करना, उनको कुटीर उद्योग हेतु सरकारी जमीनों का पट्टा देना व उद्योग हेतु ब्याज रहित लोन देना और विष्वकर्मा पुरस्कार की घोशणा करना तथा इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण, विष्वकर्मा समाज के कुषल युवकों को आई0टी0आई0 का प्रमाण पत्र जारी कर उनको सरकारी नौकरियों में भर्ती करने हेतु केन्द्रीय एजेण्डा तैयार किया जायेगा तथा उपरोक्त एजेण्डा पर पूरे देष में विष्वकर्मा समाज का जनसमर्थन हासिल किया जायेगा ताकि केन्द्र सरकार से अपनी मागों को मनवाया जा सके।
श्री विष्वकर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेष की वर्तमान सरकार में विष्वकर्मा जयन्ती पर अवकाष घोशित किया। विष्वकर्मा समाज के लोहार, बढ़ई, को कुटीर उद्योग हेतु ग्राम समाज की जमीनों का पट्टा का षासनादेष दिया तथा इण्टरमीडिएट उत्तीर्ण, विष्वकर्मा समाज के कुषल युवकों को आई0टी0आई0 का प्रमाण पत्र जारी करने उसी तरह पूरे देष में इन योजनाओं को लागू कर सम्पूर्ण समाज का विकास किया जायेगा । बैठक के मुख्य अतिथि लोकसभा के पूर्व महासचिव श्री पी0डी0टी0 आचारी तथा अध्यक्षता श्री रामआसरे विष्वकर्मा ने की। मुख्य अतिथि श्री पी0डी0टी0 आचारी ने कहा कि पूरे देष में विष्वकर्मा समाज की बड़ी आबादी है परन्तु राजनीति से लेकर प्रषासनिक पदों पर इनकी भागीदारी न के बराबर है। जब तक सम्पूर्ण समाज एकजुट होकर अपनी ताकत प्रदर्षित नही करेगा तब तक विष्वकर्मा समाज की पहचान नही बन सकती। उन्होने देष के सभी विष्वकर्मा व षिल्पकारों को मंत्री रामआसरे विष्वकर्मा के नेतृत्व में एकजुट होने की बात कही।
महासभा की बैठक में एस0 वासु (तमिलनाड़ु), श्रीमती कृश्णा वेल्ली(बंगलौर) , षंकर प्रताप विष्वकर्मा(झारखण्ड)़ , मोहन आचारी(नई दिल्ली) , दिनेष गौड़ (नोयेडा) , विनोद टमटा(देहरादून) , रविन्द्र धीमान(हरिद्वार) , बाबूलाल जांगिड(जयपुर) , एस0के0 विष्वकर्मा (अहमदाबाद), सी0वी0 षर्मा(लखनऊ), अषोक विष्वकर्मा(वाराणसी ) , बाबूलाल विष्वकर्मा(मुम्बई) , रतन लाल जांगिड़(हरियांणा), एस0के0 राजपूज दिनेष वत्स, होरीलाल विष्वकर्मा, चन्द्रपाल जांगिड़(नई दिल्ली), सुरेष झा(दतिया), आर0के0 विष्वकर्मा(मध्य प्रदेष), षिवषंकर वर्मा (इलाहाबाद), अच्छेलाल विष्वकर्मा(लखनऊ) , विष्वनाथ विष्वकर्मा (गोरखपुर), बृजेष षर्मा(सहारनपुर), राजेष षर्मा(जौनपुर), राजवीर विष्वकर्मा(बिजनौर) आदि ने विचार व्यक्त किया।