लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी समाजवादी सरकार ने पहले दिन से ही कानून व्यवस्था और कृषि को अपनी प्राथमिकता में रखा है। इस सरकार का मुख्य एजेण्डा विकास रहा है और मुख्यमंत्री जी मानते हैं कि शांति व्यवस्था के वातावरण में ही विकास को गति मिलेगी और किसान खुशहाल होगा तो प्रदेश भी खुशहाल होगा। वैसे भी समाजवादी पार्टी हमेशा किसानों के हितो के लिए संघर्शशील रही है। समाजवादी पार्टी सरकार ने प्रदेश को आदर्श प्रदेश बनाने का संकल्प लिया है और इस दिशा में तेजी से कदम भी उठाए हैं।
विडंबना है कि जिनका गांव-खेती से कोई नाता नहीं रहा है वे विपक्षी इन दिनों बढ़-चढ़कर किसानों के हित चिंतक बनने का स्वांग कर रहे है। किसान इस देश-प्रदेश में सर्वाधिक उपेक्षित रहा है। कांग्रेस हो या भाजपा अथवा बसपा इन सभी दलों की सरकारों की योजनाओं में किसानों और गांव-गरीब को हमेशा हाशिये पर ही रखा गया। चैधरी चरण सिंह और श्री मुलायम सिंह यादव ने अपने कार्यकाल में 70 प्रतिशत बजट खेती-किसान के लिए रखा। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने बजट की 75 प्रतिशत धनराशि गांव-गरीब के लिए रखी है।
इधर असमय बरसात से रबी की फसल को क्षति पहुॅचने की स्थिति उत्पन्न हुई है। मुख्यमंत्री जी ने किसानों के दर्द को महसूस कर तत्काल राहत की कार्यवाही के आदेश दिए है। जिन किसानों की फसल का नुकसान हुआ है उनको मुआवजा दिया जाएगा। वैसे भी आपदा ग्रस्त किसानों को 5 लाख रूपए की किसान बीमा सुविधा प्राप्त है। प्रदेश के ढाई करोड़ किसानों के लाभ के लिए यह योजना चलाई गई है।
समाजवादी सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना यह है कि कृषि भूमि बंधक रखकर कर्ज लेनेवाले किसानों को कर्ज न दे पाने की स्थिति में जमीन की नीलामी से बचाने हेतु राज्य सरकार द्वारा 7,57,000 किसानों का 1779 करोड़ रूपए का कर्ज माफ किया गया। ऐसे में किसानों की आत्महत्या को लेकर सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाने वाले जनता में केवल भ्रम फैला रहे हैं। किसान की हर तरह से मदद के लिए यह सरकार संवेदनशील है।
किसानों के चैतरफा विकास एवं कल्याण हेतु समाजवादी सरकार ने वर्ष 2015-16 को “किसान वर्ष“ घोषित किया है। इसके साथ ही किसानों सहित समाज के सभी वर्ग शांति से रहे इसके लिए कानून व्यवस्था की समस्या से कड़ाई से निबटने के निर्देश है। मुख्यमंत्री जी का मानना है कि अपराधियों की जगह जेल में होनी चाहिए और किसी निर्दोष को दंड न मिले। इन स्थितियों में ही प्रदेश में शांति, सद्भाव और खुशहाली आयेगी।