लखनऊ: दिनांक 17 मार्च, 2015, ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री अरुण सिंघल ने बताया है कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (यू0पी0एस0आर0एल0एम0) का लक्ष्य- वर्ष 2024-25 तक प्रदेश के 821 विकास खण्डों में 1.08 करोड़ ग्रामीण परिवारों के 9.8 लाख महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन करते हुए स्वतः रोजगार के अवसर दे कर गरीबी को कम करना है।
श्री सिंघल ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब ग्रामीण परिवारों तक पहुंच बना कर उन्हें सतत आजीविका के अवसरों से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि यू0पी0एस0आर0एल0एम0 का मिशन जमीनी स्तर पर निर्धनों की सशक्त एवं स्थायी संस्था- बनाकर ग्रामीण परिवारों को लाभप्रद रोजगार एवं हुनरमंद मजदूरी (रोजगार) के अवसर प्राप्त करने में समर्थ बनाते हुए गरीबी को घटाना है, जिसके फलस्वरूप उनकी आजीविका में उतरोत्तर प्रगति हो सके।