लखनऊ: कृषि प्रक्षेत्र रहीमाबाद, लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय ‘‘नव विकसित फसल पद्धति जागरूकता कार्यक्रम’’ के अन्तिम दिन समापन सत्र को सम्बोधित करते हुये प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश शासन श्री अमित मोहन प्रसाद ने प्रक्षेत्र पर आये हुये बड़ी संख्या में किसानों को सम्बोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष घोषित किया है। इस दिशा में किसानों के हित में पूरे प्रदेश में 1000 एग्री जंक्शन खोले जाएंगे जहां 1000 कृषि स्नातकों को स्वरोजगार मिलेगा वहीं इन केन्द्रों के जरिये किसानों को एक जगह पर कृषि निवेश, कृषि उपकरण, मौसम सम्बन्धी पूर्व सूचना एवं अन्य तकनीकी जानकारी मिल सकेगी।
प्रमुख सचिव श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कृषि स्नातकों को किराये में 1000 रू0 प्रति माह के रूप में अनुदान दिया जाएगा और बैंकों से जो लोन लिया जाएगा उस लोन पर जो ब्याज दर बैंक द्वारा निर्धारित की जाएगी उस पर प्रदेश सरकार द्वारा 5 प्रतिशत का अनुदान भी दिया जाएगा जिससे स्वरोजगारी व्यक्ति के ऊपर अधिक भार न आने पाये। इससे पहले श्री प्रसाद ने कृषि प्रक्षेत्र का भी भ्रमण किया जहां पर प्रदेश के किसानों को एस0डब्लू0आई0 पद्धति से उगाई गई गेहूं की फसल प्रदर्शन का निरीक्षण करते हुये वहां उपस्थित किसानों को कम लागत में अधिक उपज देने वाली श्री पद्धति एवं एस0डब्लू आई0 पद्धति को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पारदर्शी किसान सेवा योजना के अन्तर्गत किसान भाई अपना पंजीकरण अवश्य करायें ताकि विभाग में चल रही समस्त योजनाओं का लाभ अवश्य उठायें। उन्होंने वहां उपस्थिति विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्त योजनाओं का लाभ प्रत्येक दशा में किसानों तक पहुंचाया जाए, इसमें कोई शिथिलता न बरती जाये।
इस अवसर पर अपर कृषि निदेशक, श्री एस0के0खरे, अपर कृषि निदेशक, आर0आर0 सिंह, अपर कृषि निदेशक (तिलहन), श्री महिपाल सिंह, संयुक्त कृषि निदेशक, लखनऊ मण्डल, लखनऊ, श्री आर0डी0 द्विवेदी एवं संयुक्त कृषि निदेशक (ब्यूरो), श्री विवेक कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक (बीज एवं प्रक्षेत्र), श्री सी0पी0 श्रीवास्तव एवं अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहें।