लखनऊ: उत्तर प्रदेश योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री नवीन चन्द्र बाजपेयी ने आज यहां बख्शी का तालाब स्थित चन्द्रिका देवी मन्दिर परिसर में भारत के प्रथम वाल्व वाले स्टेनलेस स्टील के आदर्श शौचालय का लोकापर्ण करते हुए कहा कि यह शौचालय ‘स्वच्छ प्रदेश, स्वस्थ प्रदेश’ के लिए वरदान साबित होगा तथा उत्तर प्रदेश सरकार की सोच साकार होगी।
श्री बाजपेयी ने कहा कि सम्पूर्ण भारत विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के ज्यादातर लोग घर या सामुदायिक शौचालय न होने की वजह से बाहर खेत, खलिहान में जाने के मजबूर हैं। इसमें हमारी मां, बहनों व बेटियों को बहुत असुविधा होती है। उन्हें अंधेरे या न दिखने वाले स्थान की खोज करनी पड़ती है जो अक्सर उजाले में बहुत मुश्किल होती है। उन्होंने कहा कि आप सोच सकते हैं कि यदि कोई व्यक्ति बहुत जल्दी में है तो उसकी क्या हालत होती होगी। इसलिए यह संभव हो तो घर या आसपास शौचालय होना अत्यंत आवश्यक हैं इससे सुविधा तो होती है, बीमारियों से भी बचाव होता है।
श्री बाजपेयी ने कहा कि हमारे देश में जहां सीवर लाइन व पानी की कमी है, उन जगहों के लिए यह ‘‘आदर्श शौचालय’’ वरदान साबित हो सकता है। यह एक मीटर चैकोर स्टैनलेस स्टील की टाॅयलेट सीट है जिसमें शौचालय का अंदरूनी पूरा फर्श स्टेनलेस स्टील का होगा जिससे इसकी सफाई व रख-रखाव आसान होता है तथा इसकी जिंदगी बहुत ज्यादा हो जाती है। यह सीट सीधे सोकेज पिट में खुलने की वजह से पानी की कम आवश्यकता होती है, जो पानी शौच के लिये ले जाते हैं उससे यह साफ हो जाता है या कभी एकाध लीटर पानी डालना पड़ता है, अन्यथा जिन सीटों में पी टैªप होता है उनमें लगभग दस लीटर पानी की आवश्यकता होती है। इन मानकों के अनुसार बनाया गया सोकेज पिट 5 से 6 लोगों के परिवार के लिए लगभग दस साल से ज्यादा चल सकता है। हालांकि जो सोकेज पिट हमने बनाया है उसे खेाल कर साफ कर सकते हैं तथा इसमें गैस बाहर निकलने के लिए पाइप भी लगा है।
श्री बाजपेयी ने कहा कि सही मानकों के आधार पर बनाया गया शौचालय करीब 20 साल से ज्यादा या आपके घर की जिंदगी के बराबर चल सकता है। यदि परिवार बड़ा है तो आवश्यकता पड़ने पर एक सोकेज पिट और बना सकते हैं। इस सीट से बनाये गये आदर्श शौचालय पर करीब 12 हजार रुपये खर्च आयेगा।
कार्यक्रम में इस शौचालय के निर्माता डा0 वी0वी0प्रताप भी उपस्थित थे। उन्होंने इसके उपयोग की अच्छाइयां भी बतायी।
विशेष अतिथि श्री योगेश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी लखनऊ, अध्यक्ष मेला समिति श्री अखिलेश सिंह चैहान, संरक्षक (मेला समिति) श्री भगवती सिंह आदि उपस्थित थे।