लखनऊ: दिनांक 17 मार्च, 2015, उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया है कि कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज हेतु जनपद स्तर पर की गयी सुदृढ़ इलाज की व्यवस्था का लाभ दिलायें। प्रत्येक जनपद में कुष्ठ निवारण कार्यक्रमों का आयोजन करके लोगों को जागरूक करें कि कुष्ठ रोग अब लाइलाज नहीं रहा है। इस रोग के इलाज हेतु समस्त कुष्ठ रोग नियंत्रण अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध हैं। लोगों को इस रोग के लक्षण के विषय में जैसे- शरीर के किसी भाग पर सुन्न होने, दाग धब्बे अथवा तैलीय चमक वाले चकत्ते उभरने शारीरिक कमजोरी, हाथ पैरों में सुन्नपन होने के लक्षण हो सकते हैं। ऐसा होने पर अपने जनपद के किसी भी नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों अथवा जिला अस्पताल में जाकर निःशुल्क जांच एवं इलाज करा सकते हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारियों /कुष्ठ रोग नियंत्रण चिकित्साधिकारियों को ये भी निर्देश दिए गये हैं कि वे लोगों को ये भी बतायें कि कुष्ठ रोग जांचोंपरान्त एम0डी0टी0 से पूरी तरह ठीक हो जाता है। एम0डी0टी0 की दवाइयाँ सभी प्राथमिक /सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों /जिला राजकीय चिकित्सालयों पर निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। शीघ्र जांच से इलाज द्वारा विकलांगता से बचा जा सकता है। इसमें रोगी की विकलांगता निःशुल्क रिकान्सट्रक्टिव सर्जरी द्वारा ठीक की जाती है।
शासन द्वारा जनता से अपील की गई है कि हाथ मिलाओ और कुष्ठ रोग मिटाओ अभियान को सफल बनाने के लिए जिला कुष्ठ अधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों से सम्पर्क करके कुष्ठ रोगियों को पूर्णतः स्वस्थ्य बनाने हेतु शासन द्वारा की गई सुदृढ़ व्यवस्था का लाभ उठायें।