लखनऊ: नवाब वाजिद अलीशाह प्राणि उद्यान नित प्रतिदिन नये-नये आयाम हासिल कर रहा है। अब लखनऊ जू आने वाले दर्शकों को वन, वन्यजीव तथा पर्यावरण पर आधारित फिल्में दिखाकर इनके संरक्षण के प्रति जागरूक भी किया जाएगा। इसके लिए वातानुकूलित सारस प्रेक्षागृह का निर्माण कराया गया है। इसमें 2क् एवं 3क् दोनों प्रकार की फिल्में दिखाई जाएगी। इसके अलावा चिड़ियाघर आने वाले दर्शकों की सुविधा का ख्याल रखते हुए नये टिकट घर तथा दर्शक सुविधा केन्द्र की स्थापना की गयी है। प्रदेश के वन मंत्री श्री दुर्गा प्रसाद यादव तथा जन्तु उद्यान, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डा0 शिव प्रताप यादव ने आज लखनऊ जू में टिकट घर, दर्शक सुविधा केन्द्र तथा सारस प्रेक्षागृह का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर वन मंत्री ने कहा कि प्रेक्षागृह में वन्य जीवों पर आधारित फिल्मों के प्रदर्शन से बच्चों को इनके संरक्षण के प्रति बेहतर तरीके से जागरूक किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि विदेशों के चिड़ियाघर भव्य है और वहां जानवर भी ज्यादा है। इसी तर्ज पर लखनऊ जू को भी विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नवाबगंज, लाख बहोसी, कन्नौज आदि स्थलों पर पक्षी विहार विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने लायन सफारी की स्थापना के साथ-साथ इटावा-आगरा मार्ग पर 207 कि0मी0 के साइकिल ट्रैक का निर्माण कराकर पर्यावरण संरक्षण हेतु उल्लेखनीय कार्य किये हैं। उन्होंने कहा कि वन संरक्षकों को पुलिस की भांति शस्त्र एवं अन्य सुविधाएं दी जाएंगी, ताकि वन एवं वन्यजीवों की रक्षा और बेहतर तरीके से हो सके।
डा0 शिव प्रताप यादव ने कहा कि लखनऊ जू कम क्षेत्र में होने के बावजूद भी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। 3क् फिल्मों के संचालन से वन्य जीवों के संरक्षण में वृद्धि होगी। नये टिकट घर और दर्शक सुविधा केन्द्र स्थापित होने से दूर-दराज से आने वाले आगंतुको को काफी सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव लखनऊ और कानपुर जू के प्रति हमेशा से संवेदनशील रहे हैं। इसी का परिणाम है कि दोनों चिड़िया घरों को प्ैव् सर्टीफिकेट प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही यहां तितली पार्क, फूड कोर्ट एवं ए0सी0 रेस्टोरेंट की निर्माण कराया जाएगा।
इस अवसर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री उमेन्द्र, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) श्री एस0के0 शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (लुप्त प्राय) श्रीमती रेनू सिंह तथा जू निदेशक डा0 नुपम गुप्ता सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।