नई दिल्ली: भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडु महाराष्ट्र के पुणे में ‘कृषि को सतत और लाभकारी बनाना’ विषय पर आयोजित होने वाले दो दिवसीय राष्ट्रीय परामर्श का उद्घाटन करेंगे। इस परामर्श का आयोजन साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने पर विभिन्न स्तर पर जारी बहस और कोशिशों के संदर्भ में कराया जा रहा है।
कृषि क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर इस दो दिवसीय परामर्श कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस, पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री और वरिष्ठ सांसद श्री शरद पवार, आध्र प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री श्री वी सोभनद्रीस्वरा राव, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर एम एस स्वामीनाथन, कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञ और अर्थशास्त्री प्रोफेसर अशोक गुलाटी, आईसीएआर जैसी केन्द्र सरकार की एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक, किसान संघों के प्रतिनिधि, सीआईआई, फिक्की, नाफेड के अधिकारी और अन्य हितधारक शामिल होंगे।
दो दिवसीय परामर्श का आयोजन भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए) जिसके अध्यक्ष उपराष्ट्रपति हैं और श्री बैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान, पुणे कर रहे हैं।
दो दिवसीय परामर्श में 6 विषयों जैसे एक सक्षम नीति का ढांचा बनाना, उच्च मूल्य कृषि और कृषि गतिविधियों के माध्यम से आय के पूरक के लिए कृषि विविधीकरण की तीव्रता, विपणन और कृषि रसद, कृषि व्यापार नीति, प्रयोगशालाओं से भूमि तक प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण और कृषि ऋण और बीमा पर विशेष जोर होगा।
राष्ट्रीय परामर्श पर आईआईपीए द्वारा तैयार किये गये अवधारणा पत्र संचालन को फिर से गठित करने के अवसर और किसानों के जीवन को बदलने के लिए नीति और कार्यक्रम में सुधार को संदर्भित है। दोनों दिनों के विचार-विमर्श के परिणामस्वरूप किसानों की आय बढ़ाने के लिए मौजूदा नीतियों और कार्यक्रमों को सुदृढ़ करने के लिए व्यावहारिक सिफारिशें होंगी।
कार्यक्रम के समापन सत्र की अध्यक्षता केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधामोहन सिंह करेंगे। कृषि क्षेत्र के मुद्दों पर राष्ट्रीय परामर्श उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडु के आदेश पर आईआईपीए द्वारा शुरू किये गये राष्ट्रीय परामर्श की श्रृंखला ‘स्वराज्य से सुराज्य’ में दूसरा स्थान है। हैदराबाद में इस साल मार्च में ‘स्थानीय स्व-सरकारों को सुदृढ़ बनाने’ पर पहला कार्यक्रम आयोजित किया गया था।