देहरादून: प्रदेश के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने देहरादून के एक स्थानीय होटल में स्वच्छता विषय पर आधारित कार्यशाला में कहा स्वच्छता, रोजगार एवं शिक्षा सरकार का मिशन है। स्वच्छता, रोजगार एवं शिक्षा को आपस में जोड़कर देखना होगा। स्वच्छता कार्यक्रम रोजगार के लिए अवसर भी प्रदान कर रहा है।
उन्होंने कहा साॅलिड वेस्ट मैनेजमैंट से कूड़ा का निस्तारण के साथ ही ऊर्जा एवं प्लास्टिक का भी उत्पादन किया जा सकता है। इसके लिए बड़ी कम्पनियों सी0एस0आर0 एवं एन0जी0ओ0 को रोल माॅडल के रूप मंे आगे आना होगा। इस सम्बन्ध में मंत्री ने स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी नगर इंदौर का उदाहरण प्रस्तुत किया। इंदौर में बड़ी कम्पनियों के सी0एस0आर0 एवं एन0जी0ओ0 ने नगर निगम, स्थानीय निकायों से समन्वय कर पूरे नगर को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया है।
मंत्री मदन कौशिक ने कहा नगर की स्वच्छता कार्यक्रम के क्षमता विकास की आवश्यकता है। इस सन्दर्भ में बड़ी कम्पनियों सी0एस0आर0 एवं एन0जी0ओ0 को छोटे से बड़े निकाय तक का चुनाव कर इसे स्वच्छता के सन्दर्भ में माॅडल सिटी के रूप में विकसित करना होगा। इसके प्रभाव से अन्य कम्पनियाॅं और एन0जी0ओ0 आगे आयेंगी।
मंत्री मदन कौशिक ने कहा जोशीमठ 2010 में साॅलिड वेस्ट मैनेजमैंट से खाद बनाने लगा था। हाल के दिनों में हरिद्वार के टाटवाला गांव में एन0जी0ओ0 की मद्द से सरकारी स्कूलों को निजी क्षेत्र – स्कूलों के समान विकसित किया जा रहा है। यहां कम्प्यूटर सेन्टर बना कर रोजगार का अवसर पैदा किया गया। यहां के ग्रामीणों को स्वच्छता का सन्देश दिया जा रहा है। यहां के ग्रामीण महिलाओं के लिए सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र खोलकर उन्हें आत्म निर्भर बनाया गया। टिहरी जनपद में एन0जी0ओ0 ने पूरे जनपद को स्वच्छता कार्यक्रम के अन्तर्गत डोर-टू-डोर कलेक्शन, केलेक्शन सेन्टर बना कर खाद एवं प्लास्टिक के व्यवसाय उपयोग पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा आगामी वर्षों में सम्पूर्ण प्रदेश को शतप्रतिशत साॅलिड वेस्ट मैनेजमैंट से जोड़ दिया जायेगा।