देहरादून: रक्तदान को महादान बताते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सर्वाधिक बार रक्तदान करने वालों को राज्य स्थापना दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। श्री रावत ‘विश्व रक्तदान दिवस’ पर डीएवी कालेज में अमर उजाला फाउंडेशन व रोटरी क्लब द्वारा आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि रक्तदान करना इंसानियत निभाना है। वर्तमान में समाज में जाग्रति उत्पन्न हुई है। लोग रक्तदान के महत्व के प्रति जागरूक हुए हैं। इस तरह के सामाजिक अभियानों में सामजिक संस्थाओं व मीडिया हाउस की भागीदारी सराहनीय है। बहुत से लोगों ने रक्तदान को अपने जीवन का अंग बना लिया है। इसकी जितनी सराहना की जाए उतना ही कम है। राज्य सरकार कुछ जिलों को निर्मल बनाना चाहती है। साथ ही खिलती कलियां कार्यक्रम में चिन्हित कुपोषित बच्चों में पोषण सुधारने का प्रयास कर रही है। सामाजिक संस्थाएं इसमें अपनी सहभागिता निभा सकती हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रत्येक माह की 5 तारीख को बच्चों का वजन लिया जाता है। मुख्यमंत्री ने सामाजिक संस्थाओं से अपील की कि आंगनबाड़ी केंद्रों में वाटर फिल्टर उपलब्घ करवाने मे ंसहयोग करें।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि देहरादून के निर्माण व विकास में डीएवी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। परंतु आज स्थित चिंताजनक होती जा रही है। कालेजों में चुनाव होने चाहिए क्योंकि इसके माध्यम से छात्र लोकतांत्रिक प्रकिय्राओं को सीखते हैं। परंतु जो बुराई सामान्य राजनीति में आ गई है उससे छात्र राजनीति को दूर रहना चाहिए। छात्र राजनीति केवल छात्रों तक सीमित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएवी कालेज में ईवनिंग क्लासेस व इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए संबंधित पक्षों से विचार विमर्श कर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रक्तदान जागरूकता के लिए मोबाईल वैन को रवाना किया। उन्होंने अनेक बार रक्तदान करने वाले योगेश अग्रवाल, अंकित वर्मा, संदीप पटवाल, विपिन चाचरा, डा.एएस शुक्ला, अंजार अहमद, राकेश शर्मा, राकेश अग्रवाल व अन्य को सम्मानित किया।