नई दिल्ली/देहरादून: उत्तराखंड के पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री सतपालमहाराज ने आज केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सतपाल महाराज ने केन्द्रीय मंत्री से कहा कि नीति घाटी में स्थित टिबरसैंण महादेव में अमरनाथ की तरह बहुत बड़े शिवलिंग की रचना होती है। यदि केन्द्र सरकार यहां के लिए यात्रा की अनुमति प्रदान करती है तो पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ साथ उत्तराखण्ड के इस अंतिम गांव में अन्य स्थानीय लोग भी आकर बसेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी पर्यटक इस सीमांत गांव की यात्रा करेगा या वहां रूकेगा उसे प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा। इससे ट्राईबल टूरिज्म को बढ़ावा भी मिलेगा।
महाराज जी ने केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल से राज्य के स्थानीय उत्पादों की पौष्टिकता और औसधीय महत्व के खाद्यान्नों, दालों आदि को सम्मिलित करते हुए इम्यूनिटी बूस्टर के प्रचार-प्रसार राष्ट्रीय स्तर पर करने का अनुरोध किया।
मुलाकात के बाद पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि टिहरी स्वदेश दर्शन योजना के अन्तर्गत 70.92 करोड़ के सापेक्ष 64.30 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। योजना पर निर्माण कार्य 98 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। कुमाऊं हैरिटेज सर्किट स्वदेश योजना के अन्तर्गत 76.32 करोड़ के सापेक्ष 67.62 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। योजना का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
उत्तराखण्ड पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रसाद योजना के अन्तर्गत केदारनाथ हेतु 34.78 करोड के सापेक्ष 27.83 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। योजना का निर्माण कार्य 89 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। वहीं बद्रीनाथ धाम के लिए 39.23 करोड़ में से 11.77 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। जिसका कार्य अभी निर्माणाधीन है। गंगोत्री व यमुनोत्री में पर्यटन सुविधाओं के विकास कार्यों हेतु 49.44 करोड़ डीपीआर तैयार कर भारत सरकार को प्रेषित की जा चुकी है। फूड क्राफ्ट इन्स्टीट्यूट अल्मोड़ा के लिए भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय ने केन्द्रांश के रूप में 475 लाख के सापेक्ष अब तक 375 लाख की धनराशि अवमुक्त की गयी है। शेष 100 लाख रूपये की धनराशि अवमुक्त की जानी बाकी है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि आईएचएम रामनगर हेतु भारत सरकार द्वारा 16.20 करोड़ की डीपीआर पर स्वीकृति प्रदान की गयी है। जिसके सापेक्ष भारत सरकार द्वारा 9 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से स्थापित किये गये स्टेट इन्स्टीट्यूट आॅफ होटल मैनेजमेन्ट के लिए केन्द्रीकरण का प्रस्ताव भारत सरकार स्तर पर विचाराधीन है। स्वदेश दर्शन योजना के अन्तर्गत महाभारत सर्किट का 97.70 करोड़ लाख का प्रारूप तैयार कर भारत सरकार को प्रेषित किया गया है। जिसमें केंन्द्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस पर कार्यवाही की जायेगी।
वहीं दूसरी ओर आज उत्तराखण्ड के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के लिए आॅल वैदर रोड़ के कार्य को जल्द पूरा करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह से भी मुलाकात की। श्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री से अनुरोध किया कि शीतकालीन में सड़कों पर बर्फबारी से पर्यटकों को असुविधा न हो इसके लिए सड़कों पर जमा बर्फ की सफाई का भी उचित प्रबंध होना चाहिए। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह श्री सतपाल महाराज को भेंट के दौरान बताया कि वह शीघ्र ऑल वैदर रोड़ के निरीक्षण हेतु उत्तराखंड भी आयेंगे।