देहरादून: 38वें राष्ट्रीय खेलों के मद्देनजर महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज रायपुर में निर्माणधीन अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण कार्यों तथा
विश्व विख्यात रेसलर दलीप सिंह राणा (द ग्रेट खली) के रेसलिंग कार्यक्रम की तैयारियों हेतु खेल मंत्री उत्तराखण्ड सरकार दिनेश अग्रवाल ने सम्बन्धित अधिकारियों के साथ महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज परिसर रायपुर में समीक्षा बैठक कर अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्था ‘सापुर कम्पनी’ को युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिये। बैठक के पश्चात उन्होने निर्माणधीन अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम एवं अन्य निर्माण कार्यो का भी स्थलीय निरीक्षण कर कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि 38 वें राष्ट्रीय खेलों को ध्यान में रखते हुए स्टेडियम निर्माण तथा रेसलिंग की तैयारी को ध्यान में रखते हुए युद्धस्तर पर अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार किया जाय।
बैठक में श्री अग्रवाल ने 28 फरवरी 2016 को विश्व विख्यात रेसलर दलीप सिंह राणा (द ग्रेट खली) के रेसलिंग कार्यक्रम हेतु होने वाली सभी व्यवस्थाओं को 15 फरवरी तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होने कार्यदायी संस्था सापुर कम्पनी के अधिकारियों को युद्धस्तर पर गुणवत्ता पूर्वक कार्य करने के निर्देश दिये उन्होने कहा कि यदि इसके लिए सापुर कम्पनी को किसी अधिकारी एवं कर्मचारी की आवश्यकता है, तो वह उपलब्ध करा दिये जायेंगे, इसके लिए उन्होने सचिव खेल शैलेश बगोली का उनके अधीनस्थ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए उन्हे सापुर कम्पनी के अधिकारियों के साथ समन्वय रखने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि आपूर्ति होने वाली विभिन्न सामग्री की गुणवत्ता की जांच हेतु कम्पनी वरिष्ठ अधिकारियों को ही नियुक्त करें ताकि आपूर्ति होने वाली सामग्री किसी प्रकार की शिकायत न आये। उन्होने कार्यदायी संस्था को महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज परिसर की आन्तरिक सड़को ठीक करने के साथ ही स्टेडियम में बनने वाले वी.आई.पी टायलेट, पब्लिक टायलेट तथा स्टेडियम में लगने वाली लाईटे के कार्य में गुणवत्ता विशेष ध्यान रखने तथा स्टेडियम में अवस्थापना सुविधा उच्चकोटि के रखने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि रेसलिंग कार्यक्रम में 15 हजार दर्शकों की बैठने की व्यवस्था करने हेतु सापुर जी कम्पनी के अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होने कहा कि इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य राज्य के खेलों को एक उचित मंच प्रदान करना है। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्टेडियम निर्माण के प्रत्येक तीसरे दिन कार्य प्रगति की समीक्षा की जाये तथा वे स्वयं तथा सचिव खेल भी निरन्त मौके पर निरीक्षण के लिए आते रहेंगे।