नई दिल्ली: गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज यहां एक बैठक में महाराष्ट्र के उग्र वामपंथ प्रभावित गढ़चिरौली और गोंदिया जिलों में सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया। बैठक में सड़क यातायात, राजमार्ग एवं नौवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस उपस्थित थे। श्री देवेन्द्र फडणवीस का विचार था कि चूंकि उग्र वामपंथी हिंसा में काफी कमी आ गई है, इसलिए गढ़चिरौली में खनन गतिविधियां शुरू करने का यह सही समय है। महाराष्ट्र सरकार ने आग्रह किया कि क्षेत्र में खनन गतिविधियां शुरू करने के लिए सुरक्षा बढ़ाई जाए, जिसके लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की चार बटालियनें और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की दो बटालियनों की अतिरिक्त तैनाती की जाए। इस समय गढ़चिरौली में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल 5 बटालियनें तैनात हैं। श्री राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया कि गृह मंत्रालय सीआरपीएफ और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के महानिदेशकों से इस विषय पर चर्चा करेगा और समुचित निर्णय करेगा।
पिछले 2 वर्षों के दौरान गोंदिया में कोई बड़ी घटना नहीं हुई है और गढ़चिरौली में हिंसा की वारदातों में कमी आयी है। ये दोनों जिलों लौह अयस्क और अन्य खनिजों से मालामाल हैं। कई निजी कंपनियों ने इन क्षेत्रों में खनन गतिविधियां शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई है। बहरहाल, उग्र वामपंथ के खतरे को देखते हुए इन कंपनियों ने अतीत में इस दिशा में कोई प्रगति नहीं की थी।
श्री गडकरी ने प्रस्ताव किया कि कौशल विकास संस्थानों के जरिए 10-15 हजार स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए। इन कौशल विकास संस्थानों का गठन इन निजी कंपनियों के सहयोग से राज्य सरकार स्थापित करने का विचार कर रही है। उन्होंने गढ़चिरौली और गोंदिया में मौजूद अपार क्षमता का विस्तृत ब्यौरा भी प्रस्तुत किया। राज्य सरकार के अधिकारियों ने खनन के विषय और इन दो जिलों में सुरक्षा स्थिति तथा विभिन्न कंपनियों द्वारा चलाई जाने वाली कार्पोरेट सामाजिक दायित्व गतिविधियों पर एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण पेश किया।
इस बैठक का आयोजन सुरक्षा प्रबंधों को मजबूत बनाने के लिए किया गया था ताकि गढ़चिरौली और गोंदिया जिलों में लौह अयस्क, डोलोमाइट खनन तथा अस्पताल, स्कूल, कौशल विकास गतिविधियां चलाना, पॉलीटेक्निक जैसे सामाजिक बुनियादी ढांचे की स्थापना संभव हो सके। बैठक में रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्री हंसराज गंगाराम अहिर, गढ़चिरौली के अभिभावक मंत्री, गढ़चिरौली और गोंदिया के सांसद, गृह सचिव श्री एल सी गोयल और गृह मंत्रालय तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।