देहरादून: प्रीतम रोड़, डालनवाला में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने महात्मा गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सा विज्ञान केन्द्र का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने एसोशिएशन को बधाई देते हुए आशा व्यक्त कि की यह नेत्र चिकित्सा विज्ञान केन्द्र बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि आगे चलकर कैसे इस नेत्र चिकित्सा विज्ञान केन्द्र का स्तर और ऊंचा उठाया जाए इसका प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस चिकित्सा विज्ञान केन्द्र में जिन-जिन लोगों का सहयोग रहा है, उन लोगों से बातचीत कर इसको एक सरकारी हास्पिटल के रूप से एक सोसाएटी हाॅस्पिटल के रूप में परिवर्तित करेंने पर विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि इस हेतु सरकार फण्ड देकर कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी तरह से अस्पताल चलाना चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में सर्विसेज के स्तर को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी एवं देहरादून के दून अस्पताल में अब भीड़ अधिक हो चुकी है। दून अस्पताल पर बढ़ता बोझ व भीड़ इस नेत्र चिकित्सा विज्ञान केन्द्र के खुलने से कम होगी। साथ ही कि मरीजों के लिए सुगमता भी हेागी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रमुख सचिव को सरकारी अस्पतालों में सर्विसेज को कैसे बनाए रखे इस हेतु प्रयास करने को कहा। उन्होंन कहा कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिये हमने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना प्रारम्भ की जिसमें 1,75,000 रूपये तक की चिकित्सा सुविधा आम नागरिकों को प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि कैसे स्वास्थ्य सुविधाओं में और अधिक विकास किया जाए, इस हेतु हम प्रयास कर रहे है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इधर-उधर भटकना न पडे इस लिये हम प्रयास कर रहे है प्रत्येक जनपद के जिला अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा व बेहतर स्वास्थ्य सर्विस प्रदान हो उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्वास्थ्य से संबंधी बैकअप प्लान तैयार करने की बात कही, ताकि किसी भी बीमारी का प्रारम्भिक रूप में ही इलाज हो सकें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाए। महिलाओं में रक्त की कमी को दूर करने के रास्ते भी तलाशे जाए। उन्होंने नेत्र शिविर लगाने का भी आग्रह किया। जिससे की आंखों संबंधी रोग दूर हो सकें।
इस अवसर पर विधायक व सभा सचिव राजकुमार, कांग्रेस नेता लाल चन्द शर्मा, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओमप्रकाश, निदेशक एन.एच.एम. डाॅ.नीरज खैरवाल, जिलाधिकारी रविनाथ रमन, महानिदेशक स्वास्थ्य डाॅ.कुसुम नरियाल, विपिन नागल्या, डाॅ. विजय आदि उपस्थित थे।