नई दिल्ली: केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री श्री कलराज मिश्र ने मानव बाल से अमीनो एसिड निकालने, सौर पॉटर व्हील, सौर ब्लंगर और 10 व 16 स्पिंडल सोलर चरखा जैसी नवीन तकनीकों को विकसित करने की दिशा में एमजीआईआरआई के कार्यों की सराहना की। उन्होंने वर्धा में एमजीआईआरआई की शासी परिषद की अध्यक्षता करते हुए उन मुख्य वैज्ञानिकों की भी सराहना की, जिन्होंने 26 पेटेंटों के लिए आवेदन किया है।
श्री मिश्रा ने एमआरआई और केवीआईसी के बीच बेहतर तालमेल पर भी जोर दिया। उन्होंने घोषणा की कि केवीआईसी विशिष्ट उत्पाद प्रक्रियाओं के विकास के लिए वर्ष 2015-16 के दौरान विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बजट से 1 करोड़ रुपए प्रदान करेगा। केंद्रीय मंत्री ने एमजीआईआरआई के लिए 6.5 करोड़ रुपए योजनागत सहायता और 3.24 करोड़ रुपए गैर-योजनागत सहायता के रूप में देने की घोषणा की।
श्री मिश्रा ने जोर देकर कहा कि अनुसंधान और विकास ग्राम उद्योग उप-क्षेत्रों में नए उत्पादों और आइडिया की पहचान करने में एमजीआईआरआई मील का पत्थर है। उन्होंने एमजीआईआरआई द्वारा किए जा रहे अच्छे कामों और जागरूकता के प्रसार के महत्व पर बल दिया। यह जरूरी था कि एमजीआईआरआई व्यावसायीकरण के लिए कम से कम पांच नई प्रौद्योगिकियों का विकास करे। और यह सब विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा अनुमोदित नई परियोजनाओं के साथ आगे बढ़ेगा।