देहरादून: पूज्य बापू गांधी एवं भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर विधान सभा सभागार में सचिव विधान सभा जगदीश चन्द्र, सदस्य लोक सेवा आयोग जयदेव सिंह सहित विधान सभा के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पूज्य बापू तथा भू0पू0प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित किये।
इस अवसर पर समस्त लोगों द्वारा गांधी जी की प्रिय रामधुन का गायन किया गया। इस अवसर सचिव विधान सभा जगदीश चन्द्र ने कहा कि महात्मा गांधी जी के सिद्धान्त आज भी प्रासांगिक है। उन्होंने कहा कि उनका व्यक्तित्व एक दर्शन है जो समाज एवं देशवासियों को प्रेरणा देता है। उन्होंने गांधी जी के सत्य अहिंसा एवं प्रेम के सिद्धान्त की व्याख्या करते हुए उनके बताये गये मार्ग पर चलने का आह्वान किया। उन्होंन कहा कि गांधी जी के आजादी के बलिदान को कभी भुलाया नही जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि आज के ही दिन भू0पू0प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जो कि सीधे एवं सरल, व्यक्ति थे की जयंती है, जिनके ‘जय जवान’ और ‘जय किसान’ के नारे ने युवाओं में त्याग और बलिदान की प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि दोनों महापुरूषों के आदर्श का अनुसरण करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर सदस्य लोक सेवा आयोग जयदेव सिंह, संयुक्त सचिव मदन सिंह कंुजवाल, सुरक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार गुणवन्त, उप सचिव चन्द्र मोहन गोस्वामी सहित विधान सभा के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।