देहरादून: उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के विधायक ने एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान लाठियां बरसाकर पुलिस के घोड़े ‘शक्तिमान’ की टांग तोड़ दी थी। इस मामले ने खूब तूल पकड़ा था जिसके बाद भाजपा विधायक को सफाई देनी पड़ी थी। घोड़े की टूटी हुई टांग की दर्दनाक तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं।
उसी ‘शक्तिमान’ के लिए 54 साल के अमेरिकी टिम महोनी मसीहा बनकर आ गए। वह 12,000 किमी से भी ज्यादा की दूरी अपने खर्चे पर तय करके वह घोड़े के लिए कृत्रिम पैर पहुंचाने के लिए देहरादून आए।
पुलिस के घोड़े ‘शक्तिमान’ के लिए फेसबुक पर एक पोस्ट डाली गई थी, जिसे देखकर टिम ने घोड़े के लिए कृत्रिम पैर पहुंचाने का फैसला कर लिया। अब ‘शक्तिमान’ 45 दिनों के अंदर फिर से चल सकेगा। टिम ने कहा कि उन्होंने बस अपने दिल की पुकार सुनी।
14 मार्च को विधानसभा के बाहर विरोध-प्रदर्शन के दौरान मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कथित तौर पर घोड़े पर लाठियां बरसाई थीं, जिसमें घोड़े का बायां पैर टूट गया था। विधायक ने बाद में अपनी सफाई में कहा था कि उन्होंने घोड़े पर हमला नहीं किया था।
घोड़े के घायल होने के एक दिन बाद घोड़े का इलाज कर रही सर्जन एक्सपर्ट जेमी वॉघन ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाली कि घोड़े के लिए एक कृत्रिम पैर चाहिए, लेकिन वर्जीनिया से कृत्रिम पैर देहरादून आने में 8 से 10 दिन का समय लग जाएगा। उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा कि अगर कोई भारत आ रहा हो तो प्लीज अपने साथ कृत्रिम पैर भी साथ ले आए।
टिम ने कहा कि मैंने पोस्ट देखते ही फैसला कर लिया कि मैं घोड़े के लिए कृत्रिम पैर पहुंचाने जाऊंगा। टिम बैंक ऑफ अमेरिका के पूर्व कर्मचारी हैं। वह 9 अप्रैल को देहरादून पहुंचे और उसी शाम को ‘शक्तिमान’ को नया कृत्रिम पैर लगा दिया गया।
पहले वह वर्जीनिया गए और वहां से घोड़े के लिए एक सेंटर से कृत्रिम पैर लिया, उसके बाद वह न्यूयॉर्क गए। 8 अप्रैल को दिल्ली पहुंचकर अगले दिन 9 अप्रैल को देहरादून पहुंच गए, इस तरह से ‘शक्तिमान’ के लिए उन्होंने लंबा सफर किया।
पुलिस लाइन्स पर एक दाढ़ी वाला आदमी जींस और ब्लैक शर्ट पहने हुए घोड़े के पास झुका हुआ है और उसे प्यार से सहला रहा है, जानवर प्रेमी और टीम के सदस्यों के लिए यह एक अद्भुत नजारा हो गया है। इससे पहले वह 6 बार काम के सिलसिले में भारत आ चुके हैं, लेकिन देहरादून में उनकी पहली विजिट थी। टिम ने कहा कि मुझे इस देश से पूरी तरह से प्यार हो गया है, यहां के लोगों और जानवरों के लिए प्यार की वजह से ही मैं इतनी दूर से सफर करके आया। महोनी ने कहा कि ‘शक्तिमान’ बहुत सुंदर घोड़ा है और इसे देखने के बाद मुझे लगा कि मेरी मेहनत सफल रही।