देहरादून: बीजापुर अतिथि गृह में मुख्यमंत्री हरीश रावत से मेजर जनरल राजीव पंत, सेंट्रल कमांड लखनऊ ने भेंट की। श्री पंत ने मुख्यमंत्री श्री रावत को
राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में आधारिक संरचना के विकास में सहयोग का प्रस्ताव दिया। इस अवसर पर आपदा प्रबंधन का संयुक्त मैकेनिज्म बनाने पर सहमति बनी। सीमावर्ती क्षेत्रों से हो रहे पलायन पर मुख्यमंत्री की चिंता पर सहमति व्यक्त करने पर मेजर जनरल पंत ने कहा कि आर्मी, लद्दाख से चारधाम को जोड़ते हुए टनल के माध्यम से धारचूला तक कनेक्टिविटी विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। जिससे पर्यटन व आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की भांति ही बाॅर्डर एरिया से 100 कि.मी. के दायरे में आॅपरेशन सद्भावना के तहत सामुदायिक केन्द्र, चिकित्सा सुविधा आदि की भी योजना है। बैठक में राज्य के सीमांत क्षेत्रों में सड़कों, एयर स्ट्रिप की मजबूती पर भी विचार विमर्श किया गया। मेजर जनरल पंत ने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए यात्रियों की संख्या को दस गुना बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए यात्रा मार्ग को विकसित करने के लिए आर्मी प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार छोटा कैलाश यात्रा को भी प्रोत्साहित कर रही है। कनसेक्शनल रेट पर हेलीकाॅप्टर सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। टनकपुर-जौलजीवि सड़क न केवल क्षेत्रीय जनता के लिए बल्कि सामरिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इस पर अपनी सहमति जताते हुए मेजर जनरल पंत ने कहा कि वे इस पर अपने स्तर पर भी प्रयास करेंगे। राज्य में आपदा प्रबंधन के लिए प्रशासन व आर्मी की स्थानीय यूनिटों का एक संयुक्त मेकेनिज्म बनाये जाने पर भी सहमति बनी।