देहरादून: मकर संक्रांति को हिटो पहाड़ दिवस व फूलदेई त्यौंहार को राज्य पुष्प दिवस के रूप में मनाया जाएगा। सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने निर्देश दिए कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री चारों धाम से डोलियों के शीतकालीन प्रवास स्थलों की ओर प्रस्थान यात्रा को समारोहपूर्वक आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि 24 नवम्बर को ‘सेलिब्रेट सेफ उत्तराखण्ड’ आयोजित किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इस बार की सफल चारधाम यात्रा से सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश पूरे विश्व में गया है। अब यह भी संदेश जाना जरूरी है कि उत्तराखण्ड में पर्यटन की सम्भावनाएं उतनी ही हैं जितनी कि गर्मियों के मौसम में होती है। इसलिए 24 नवम्बर को ‘सेलिब्रेट सेफ उत्तराखण्ड’ के तौर पर आयोजित किया जाए। इसमें सभी संबंधित स्टेक हाॅल्डर्स का भी सहयोग लिया जाए। जब चारों धाम के कपाट विधिविधान के साथ बंद होते हैं और केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री से डोलियां इनके शीतकालीन प्रवास स्थलों की ओर रवाना होती हैं, मंदिर समिति के सहयोग से इन डोली यात्राओं को उनके पारम्परिक रूप के साथ ही भव्यता से आयोजित की जाएं। इनका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए ताकि देश विदेश के श्रद्धालु व पर्यटक इन यात्राओं में शामिल हो सकें। साथ ही इनके शीतकालीन प्रवास स्थलों के बारे में भी लोगों को बताया जाए। शीतकालीन चारधाम यात्रा को बढ़ावा देने के लिए 1 नवम्बर से 24 नवम्बर तक पर्यटकों को आवास, भोजन व यातायात में 30 प्रतिशत तक विशेष छूट दिए जाने की योजना तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिए कि जागेश्वर व मदमहेश्वर में भी पर्यटन विभाग विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करे और यहां भी पर्यटकों को 30 प्रतिशत छूट दी जाए। अप्रवासी उत्तराखण्डियों को प्रेरित करने के लिए मकर संक्रांति को हिटो पहाड़ दिवस के रूप में मनाया जाए। इस दिन मकर संक्रांति के महत्वपूर्ण स्थलों पर विशेष आयोजन किए जाएं। अप्रवासी उत्तराखण्डियों को इन स्थलों पर कम से कम तीन दिन रूकने का आॅफर दिया जाए और उन्हें दिल्ली से यहां तक यातायात में 30 प्रतिशत छूट दी जाए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आगामी अर्धकुम्भ से पहले लगातार सीरीज आॅफ इवेंट्स आयोजित किए जाएं। इसमें संस्कृति, योग आदि विभिन्न कार्यक्रम किए जा सकते हैं। उन्होंने खेल विभाग को निर्देश दिए कि इसी श्रंखला में सबसे पहले नवरात्रि के दो दिन बाद ऋषिकेश के त्रिवेणीघाट से हरिद्वार के वीआईपी घाट तक मैराथन दौड़ आयोजित की जाए। इसमें प्रोफेशनल धावकों के साथ ही स्कूली बच्चों की भी भागीदारी कराई जाए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिए कि फूलदेई त्यौंहार को राज्य पुष्प दिवस के तौर पर बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाए। उद्यान विभाग व पर्यटन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से इसे आयोजित किया जाए। प्रयास इस प्रकार के किए जाएं कि इससे बुरांश सहित हमारे यहां के फूलों की जानकारी भी पर्यटकों को हो और पुष्प पर्यटन को बढ़ावा मिले। यह संदेश पर्यटकों में जाना चाहिए कि अपे्रल से पहले भी उŸाराखण्ड में बहुत कुछ है जो पर्यटकों से अनछुआ रह गया है। कोटद्वार में कण्व आश्रम कोे पर्यटन की मुख्य गतिविधियों में शामिल किए जाने की आवश्यकता है। यहां के इतिहास पर डाक्यूमेंट्री बनवाई जाए और मल्टीप्लैक्सों में चलाया जाए। कण्वाश्रम को कार्बेट पार्क के साथ लिंक किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने दुग्ध विकास व पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि प्रदेश में इंदिरा दुग्ध मंडल के नाम से 95 महिला दुग्ध क्लस्टर बनाए जाएं। इससे जुड़ने वाली महिलाओं को गंगा गाय योजना से गाय उपलब्घ करवाई जाएं। इसके तहत मानकों को थोड़ा शिथिल किया जाए। विधवा महिलाओं के लिए सब्सिडी कम्पोनेंट बढ़ा दिया जाए। सब्सिडी का एक भाग विभाग देगा, 10 हजार रूपए की राशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दी जाएगी और यदि विधायक सहमत हों तो 10 हजार रूपए तक विधायक निधि से भी दिए जा सकते है।