लखनऊ: नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि नगरीय व्यवस्थापन को बेहतर बनाने के लिए प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना होगा। प्रबंधन की कमी से ही समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। नये भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाने के लिए नगरों को उत्कृष्ट बनाएं। सभी निकायों में मशीन और मनुष्य का बेहतर तालमेल करते हुए कार्यों को करना होगा, जिससे नगरों को वैश्विक नगरों के समान ही व्यवस्थाओं, रख-रखाव, साफ-सफाई, हरियाली व सौन्दर्यीकरण से सुसज्जित किया जा सके। नगरीय व्यवस्थापन का कार्य निरन्तर उच्चतर करने का है, इसमें तकनीकी का भरपूर प्रयोग, अर्बन मैनेजमेंट, इनोवेशन, क्रिएटिव और गुड गवर्नेंस का बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की लड़ाई आजादी की लड़ाई से भी बड़ी है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के स्वच्छता संदेश को माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने आगे बढ़ाते हुए पूरे देश में स्वच्छता कार्यक्रम चलाया। प्रदेश में जिसका संचालन मा मुख्यमंत्री जी नेतृत्व में किया जा रहा है।
नगर विकास मंत्री ने गत दिवस नगरीय निकाय निदेशालय में प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए यह बातें कहीं। इस दौरान उन्होंने नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान से 45 दिन का आधारभूत प्रशिक्षण पाये निकाय के नवनियुक्त 97 अधिकारियों को प्रशिक्षण पत्र के साथ तैनाती पत्र देकर पहली बार अधिकारियों के मन पसंद निकायों में तैनाती प्रदान की। इसमें 24 महिला अधिकारी तथा 73 पुरूष अधिकारी प्रशिक्षु रहे, जिसमें से 05 सहायक नगर आयुक्त, 81 अधिशासी अधिकारी, 09 राजस्व निरीक्षक तथा 02 सहायक अभियन्ता (टैªफिक) हैं। मंत्री जी ने नवनियुक्त सभी अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निभाने के लिए प्रेरित भी किया। कहा कि फील्ड में कार्य पर निकलते ही, आपके कार्यों की पड़ताल और परीक्षा की घड़ी चालू हो जायेगी। निकाय के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों से भी शीघ्र ही आपकी मुलाकात होगी। नगरों के सर्वेसर्वा भी स्वयं आप ही होंगे। अपने नगरों की जाकर जिम्मेदारी लें और अपने अच्छे कार्यों से नगर को श्रेष्ठ बनाएं।
इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से संवाद करते हुए कहा कि यह हमेशा सोच हो कि सभी निकाय अधिकारी अपने निकाय के प्रमुख सफाईकर्मी ही होते हैं। हमारा कार्य निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करना है। हमारे कार्य ऐसे हों कि उस क्षेत्र की जनता हमेशा हमारे कार्यों को याद रखे। नगरीय सेवा बहुत ही महत्वपूर्ण सेवा है। नगर किसी भी देश-प्रदेश का आईना होता है। आपके नगर को देखकर ही कोई भी आपके देश-प्रदेश एवं स्वयं आपके बारे में धारणा बनाता है। उन्होंने कहा कि नगर स्वच्छ और सुन्दर तथा व्यवस्थित हों तो बाहर से भी आकर लोग बसते हैं और नगर के विकास का प्रयास करते हैं और इसके लिए निवेश भी करते हैं।
श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि इस समय प्रदेश की एक तिहाई लगभग 30 प्रतिशत आबादी शहरों में रहती हैं। प्रदेश की पूरी अर्थव्यवस्था का दो तिहाई से भी ज्यादा लगभग 65 प्रतिशत आय नगरों से होती है। आज सभी लोग नगरों में रहना चाहते हैं। इससे नगरीय क्षेत्र का दायरा बढ़ रहा है। प्रदेश में स्वच्छ सर्वेक्षण होने जा रहा है। नगरों की रैंकिंग में सुधार के साथ पूरे देश में स्थान भी मिले इसके प्रयास किये जाएं। हो सके तो स्वप्रेरणा, स्वान्तः सुखाय की भावना से, नये क्रिएटिव एवं संरचना के साथ कार्य करें। अपने कार्यों का डॉक्यूमेंटेशन भी कराएं। उन्होंने कहा कि नगर विकास का कार्य ऐसा है जिसमें आपके कार्यों को पूरा देश व दुनिया देख रही होती है। मेरठ के इनोवेशन, कबाड़ से जुगाड़ के कार्यों की माननीय प्रधानमंत्री जी ने मन की बात में प्रशंसा कर चुके हैं। नगरों में कूड़ा प्रबंधन, सॉलिड बेस्ट मैनेजमेंट, ट्रैफिकिंग पर भी बहुत कुछ करना बाकी है। मंत्री जी ने वर्ष 1993-94 में सूरत में फैले प्लेग के दौरान स्वयं के द्वारा किये गये कार्यों को भी सांझा किया तथा उस दौर के अहमदाबाद के नगर आयुक्त श्री केशव वर्मा जी के अर्बन डेवलपमेंट और गुड गवर्नेंस के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गये कार्यों की बदौलत आज उन्हें पूरी दुनिया जानती है।
कार्यक्रम में नगर विकास राज्यमंत्री श्री राकेश राठौर गुरू ने कहा कि जीवन में ईमानदारी से किया गया कार्य पूरी अच्छा फल देता है। समाजसेवा का भाव लेकर कार्य करें तो सभी की दुआएं आपके साथ होती हैं। अच्छा एवं दिल से किया गया कार्य लोगों द्वारा हमेशा याद किया जाता है और प्रेरित भी करता है।
प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात ने सभी नव प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि लोगों के अच्छे नगरीय जीवन के लिए तथा केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने हेतु आप सभी अधिकारियों की सक्रियता बहुत जरूरी है। जनता आपके अच्छे कार्यों की सराहना करती है। पहली बार विभाग में ऐसा हुआ है कि अधिकारियों के विकल्प के आधार पर उनके जिलांे में तैनाती प्रदान की गयी है। जिला प्रशासन के सहयोग से विकास कार्यों को करना है। उन्होंने मॉक सर्वेक्षण का पूरा फायदा उठाने तथा उसके प्रयोग को फील्ड में उतारने का सुझाव दिया। कहा कि नगरों में अब बेहतर प्रबंधन के लिए कार्य करना होगा। सचिव नगर विकास श्री रंजन कुमार ने कहा कि सभी प्रशिक्षुओं को दक्ष बनाने के लिए विशेषज्ञों के तकनीकी सत्र आयोजित किये गये। लोगों से संवाद बनाकर कार्य करेंगे तो अच्छा करते हुए अपने कार्यों में सफल होंगे। निदेशक नगरीय निकाय श्रीमती नेहा शर्मा ने कहा कि सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी दक्षता प्रबंधन और तकनीकी का प्रशिक्षण दिया गया है जिसका लाभ नगरों को मिलेगा। अपर निदेशक श्रीमती ऋतु सुहास ने धन्यवाद प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम मेें सभी प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ अपर निदेशक डॉ0 असलम अंसारी, उप निदेशक डॉ0 सुनील कुमार, श्रीमती रश्मि सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।