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कोविड की दूसरी लहर की वजह से समय के नुकसान की भरपाई के लिए आने वाले महीनों में अतिरिक्त प्रयास करें: श्री गोयल

देश-विदेश

रेल और वाणिज्य एवं उद्योग व उपभोक्ता कार्य और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना (यूएसबीआरएल) की प्रगति की समीक्षा की। इसमें रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ ने भी हिस्सा लिया।

माननीय रेल मंत्री ने इस बात की सराहना की कि मौजूदा कोविड स्थिति के बावजूद अप्रैल और मई 2021 में यूएसबीआरएल परियोजना ने सराहनीय कार्य किया है।

उन्होंने आगे आने वाले महीनों में कोविड की दूसरी लहर के कारण हुए समय के नुकसान की भरपाई के लिए अतिरिक्त प्रयास करने के निर्देश दिए। माननीय मंत्री ने बताया कि साल 2021-22 के लिए यूएसबीआरएल का बजट 4200 करोड़ रुपये का है। वहीं माननीय रेल मंत्री ने निर्देश दिया कि इस परियोजना के लिए बजट की कोई बाधा नहीं होगी।

उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना (यूएसबीआरएल) के बारे में

❖   परियोजना की पृष्ठभूमि:

उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना (यूएसबीआरएल) जिसमें उधमपुर से बारामूला तक 272 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन है, जो कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ती है। इसे 2002 में राष्ट्रीय परियोजना के रूप में घोषित किया गया। यूएसबीआरएल परियोजना के 272 किलोमीटर में से 161 किलोमीटर पर काम पूरा हो चुका है और यह चालू हो गया है। तीन चरणों में उप-विभाजित कार्य की स्थिति निम्नलिखित है:

i. उधमपुर-कटरा – 25 किलोमीटर (जुलाई 2014 में शुरू किया गया)

ii. काजीगुंड-बारामूला – 118 किलोमीटर (अक्टूबर 2009 में शुरू किया गया)

iii. बनिहाल-काजीगुंड – 18 किलोमीटर (जून 2013 में कमीशन)

iv. कटरा से बनिहाल- 111 किलोमीटर, कार्य प्रगति पर (लक्ष्य 2022-23)

❖ यूएसबीआरएल परियोजना का कटरा-बनिहाल खंड

कटरा-बनिहाल खंड (111 किलोमीटर) के बीच के हिस्से में कार्य प्रगति पर है और इस खंड में मुख्य रूप से सुरंग का निर्माण शामिल है, यानी कटरा-बनिहाल खंड की लंबाई के 111 किलोमीटर में से 97 किलोमीटर (87 फीसदी) सुरंगों में है। इसके तहत सबसे अधिक लंबाई सुरंग टी-49 की 12.75 किलोमीटर की है।

कटरा-बनिहाल खंड में कुल मिलाकर लगभग 164 किलोमीटर की कुल लंबाई के साथ 97.6 किलोमीटर की लंबाई वाली 27 मुख्य सुरंग और 66.4 किलोमीटर की लंबाई वाली 8 एस्केप सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में मुख्य सुरंग के 140.81 किलोमीटर की सुरंग यानी 97.6 किलोमीटर (संख्या 27) में से 84.2 किलोमीटर (संख्या 20) और 66.4 किलोमीटर (संख्या 8) में से 56.61 किलोमीटर (संख्या 3) सुरंग बनाने का काम पूरा कर लिया गया है।

37 पुल (7 किमी की संयुक्त लंबाई) हैं और इसमें 26 बड़े पुल व 11 छोटे पुल शामिल हैं। वर्तमान में 13 प्रमुख पुलों व 10 छोटे पुलों को पूरा कर लिया गया है और सभी मोर्चों पर काम प्रगति पर है। इन पुलों में प्रतिष्ठित चिनाब पुल (कुल लंबाई 1315 मीटर, आर्क स्पैन 467 मीटर और नदी तल से 359 मीटर की ऊंचाई) शामिल है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल होगा। चिनाब पुल का आर्क लॉन्चिंग 5 अप्रैल, 2021 को पूरा हुआ। अंजी खाड पर भारतीय रेलवे का पहला केबल आधारित पुल भी बनाया जा रहा है और 193 मीटर में से 130 मीटर मुख्य तोरण को लगाया जा चुका है व अंजी ब्रिज का एक सहायक पुल का हिस्सा पूरा हो चुका है। अन्य प्रमुख पुलों 39 और 43 की लॉन्चिंग प्रगति पर है और क्रमशः 310 मीटर और 260 मीटर लॉन्चिंग का काम पूरा किया जा चुका है।

❖   अप्रैल, 2021 और मई, 2021 के दौरान प्रमुख उपलब्धि

●    चिनाब पुल – विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज का आर्क क्लोजर अप्रैल में सफलतापूर्वक किया गया। अप्रैल, 2021 में 58 मुख्य सुरंग और मई, 2021 में 163 मुख्य सुरंग की लॉन्चिंग प्राप्त की जा चुकी है। कुल मिलाकर 10,619 मुख्य सुरंग की लॉन्चिंग हासिल की जा चुकी है। हालांकि कोविड के बढ़ते मामलों के कारण, इस पुल के कौरी छोर के आसपास के क्षेत्र को हाल ही में कुछ प्रतिबंधों को लागू करते हुए एक माइक्रो कंटेनमेंट जोन के रूप में घोषित किया गया है।

●    अंजी पुल – मुख्य तोरण कंक्रीटिंग: अप्रैल, 2021 में 4 मीटर लिफ्ट और मई, 2021 में 4 मीटर लिफ्ट (24 तक)। मुख्य तोरण की कुल प्रगति 193 मीटर में से 130 मीटर पूर्ण है। खंडों की कुल असेंबली (55 मीटर) और 30 मीटर की लॉन्चिंग प्राप्त कर ली गई है।

●    रियासी क्षेत्र में पुल 39 पर, अप्रैल 2021 में 32 मीटर लंबाई और मई 2021 में 15 मीटर लंबाई की लॉन्चिंग (24वीं त्रुटि तक! फ़ाइल नाम निर्दिष्ट नहीं)

●    बक्कल (रियासी) क्षेत्र में ब्रिज नंबर 43, अप्रैल 2020 में 42.5 मीटर लंबाई और मई, 2021 (21 तक) में 9 मीटर लंबाई की लॉन्चिंग।

●    अप्रैल 2021 में 1.46 किलोमीटर (एमटी+ईटी) और मई 2021 (24 तारीख तक) में 0.78 किलोमीटर सुरंग की खुदाई

2020-21 की प्रमुख उपलब्धि

●    वर्ष 2020-21 में 14.97 किलोमीटर (एमटी+ईटी) का कुल सुरंग खनन किया गया।

●    3 अगस्त 2020 को 5093 मीटर लंबाई वाली सुरंग टी2 (मुख्य सुरंग) का ब्रेक थ्रू प्राप्त किया गया।

●    3 अक्टूबर, 2020 को सुरंग संख्या टी-74आर (मुख्य सुरंग) जिसकी लंबाई 8.6 किलोमीटर है, का ब्रेक थ्रू हासिल किया गया। यह पीरपंजाल सुरंग (11.2 किलोमीटर) के बाद यूएसबीआरएल परियोजना के तहत निर्मित दूसरी सबसे लंबी सुरंग है।

●    सुरंग संख्या टी-74आर (एस्केप टनल) का ब्रेक थ्रू 7.41 किलोमीटर लंबा है, जिसे 05.12.2020 को हासिल किया गया।

●      पुल संख्या 88, (1×45.7 मीटर) अक्टूबर, 2020 में पूरा किया गया था।

●      पुल संख्या 138, (3x 30.5 मीटर) नवंबर, 2020 में पूरा हो गया।

●      पुल संख्या 59, (1×30.5 + 1×45.7 + 1×30.5 मीटर) मार्च 2021 में पूरा कर लिया गया

●      इस वित्तीय वर्ष के दौरान कुल 15,480 मीट्रिक टन पुल का निर्माण प्राप्त किया गया, जो किसी भी वित्तीय वर्ष में अब तक का रिकॉर्ड उच्चतम निर्माण है।

●     वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 15,520 मीट्रिक टन के कुल ब्रिज लॉन्चिंग/सुपरस्ट्रक्चर का निर्माण, जो किसी भी वित्तीय वर्ष में अब तक की रिकॉर्ड सबसे अधिक लॉन्चिंग है।

❖    निविदा की स्थिति: फरवरी 2021 से, केआरसीएल और इरकॉन ने क्रमशः 580 करोड़ रुपये और 32.84 करोड़ रुपये की निविदाओं को अंतिम रूप दिया है। इसके अलावा इरकॉन और केआरसीएल ने क्रमशः 915 करोड़ रुपये और 234 करोड़ रुपये की निविदाएं आमंत्रित की हैं। माननीय रेल मंत्री को बताया गया कि 21 जून को एनआईटी जारी करने के लिए 435 करोड़ रुपये की बाकी निविदा का इंतजार है, जिससे परियोजना के निर्धारित लक्ष्य का पालन करने में तेजी लाई जाएगी।

❖    बनिहाल-बारामूला खंड का विद्युतीकरण:

बनिहाल से बारामूला तक 136 किलोमीटर लंबी रेल लाइन चालू हो चुकी है और इसके विद्युतीकरण का काम भी स्वीकृत हो चुका है। सभी निविदाएं प्रदान कर दी गई हैं और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी योजनाओं को भी मंजूरी दे दी गई है और काम प्रगति पर है। बनिहाल-बारामूला खंड में रेलवे विद्युतीकरण कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य मार्च, 2022 है।

परियोजना की पूरा करने की तारीख अप्रैल, 2023 है।

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