लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने राज्य में नवजात शिशुओं से संबंधित समस्त बीमारियों के उपचार हेतु चिकित्सकों एवं ग्रामीण स्तर पर तैनात चिकित्सा कर्मियों विशेषकर आशा, ए0एन0एम0 व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सजग रह कर अभिभावकों को इन बीमारियों से बचाव हेतु जागरूक रखने के निर्देश दिये हैं।
श्री अहमद हसन ने कहा कि बाल स्वास्थ्य सेवाओं के तहत नवजात शिशुओं से संबंधित आकस्मिक उपचार की व्यवस्था, गम्भीर नवजात शिशुओं को बड़े अस्पताल में उपचार हेतु रिफर करना, माताओं द्वारा नवजात शिशुओं को स्तनपान हेतु प्रोत्साहित व जागरूक करना तथा बच्चों को सात जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु प्रतिरक्षण का कार्य प्रभावी ढंग से किया जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों को रक्त अल्पता से बचाव हेतु आयरन फोलिक एसिड की गोलियों का वितरण, विटामिन-ए की कमी की रोकथाम हेतु विटामिन-ए के घोल का वितरण, निमोनिया से बचाव हेतु औषधियों का वितरण तथा अतिसार (डायरिया) की रोकथाम हेतु जीवनरक्षक घोल (ओ0आर0एस0) व जिंक की टेबलेट समय से उपलब्ध करायी जाये। इस संबंध में किसी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता पाये जाने पर संबंधित चिकित्सा कर्मी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी ।
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