नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गुड गवर्नेंस पहल की भावना के अनुरुप महिला और बाल विकास मंत्रालय ने मंत्रालय में ई-आफिस लांच किया
है। महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गाधी ने आज नई दिली में ई-आफिस को औपचारिक रूप से लांच किया । इस अवसर पर महिला और बाल विकास सचिव श्री वी सोमसुंदरम , सचिव डीईआईटीवाई श्री जे एस दीपक , महिला और बाल विकास मंत्रालय में अपर सचिव सुश्री नूतन गुहा बिस्वास तथा मंत्रालय और एनआईसी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे ।
श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कागज रहित कार्य के इस प्रयास में छलांग लगाने के लिए अधिकारियों को धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा कि नई प्रणाली से पारदर्शिता और दायित्व भाव आता है । इससे नई डिलिवरी व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी । उन्होंने आशा व्यक्त की कि राष्ट्रीय महिला आयोग जैसे संगठनों को ई- आफिस के दायरे में शीघ्र लाया जाएगा क्योंकि ऐसे संगठनों को बड़ी संख्या में शिकायतें प्राप्त होती हैं जिनकी नवीनतम जानकारी आवश्यक है । श्रीमती मेनका गांधी ने कहा कि एसटीईपी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को ऑन-लाइन किया जाना चाहिए और यह नई प्रणाली पर प्रोसेस होनी चाहिए।
मंत्रालय की सभी फाइलों के लिगेसी डाटा का डिजिटीकरण कर दिया गया है और अब फाइल की गतिविधि इलेक्ट्रानिक रूप में चलती है । ई-आफिस के अंतर्गत कागजात की सभी प्राप्तियों की स्कैनिंग होती है , उसे डिजिटल बनाया जाता है और नई फाइल खुल जाती है । फिर फाइल की इलेक्ट्रानिक प्रोसेसिंग होती है । यह परियोजना जुलाई , 2015 में शुरु की गई थी और 12,000 से अधिक फाइलों का डिजिटीकरण किया गया है । ई-आफिस के अंतर्गत अवकाश प्रबंधन प्रणाली और यात्रा प्रबंधन प्रणाली काम कर रही है । कार्मिक सूचना प्रबंधन प्रणाली(ई-सर्विस बुक) के 1 जनवरी, 2016 से चालू हो जाने की आशा है।
श्री वी सोमसुंदरम ने केवल 6 महीने में इतनी बड़ी संख्या में फाइलों के डिजिटीकरण के लिए एनआईसी टीम के प्रयासों की सराहना की । नई प्रणाली में फाइलों की प्रोसेसिंग 4-5 दिनों में हो जाती है जबकि पुरानी प्रणाली में प्रोसेसिंग में 30-40 दिन का समय लगता था। उन्होंने कहा कि नई प्रणाली से यह जानकारी मिल जाएगी कि फाइल कहां रूकी पड़ी है और कार्य में तेजी लाकर विलंब को टाला जा सकता है ।
श्री जे एस दीपक ने कहा कि फाइलों की प्रोसेसिंग के लिए ई-आफिस बहुत अच्छी प्रणाली है और डीईआईटीवाई लगातार नए क्षेत्रों को डिजिटीकरण की ओर ला रहा है । महिला और बाल विकास मंत्रालय की सभी फाइलों की ई-आफिस में प्रोसिसिंग की जा रही है । 13393 फाइलों की 22 दिसंबर, 2015 तक प्रोसेसिंग की गई है और प्राप्तियों की स्कैनिंग की जा रही है 23993 प्राप्तियों की 22 दिसंबर, 2015 तक प्रोसेसिंग की गई है।