नई दिल्ली: केंद्रीय नौवहन (शिपिंग) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री मनसुख मंडाविया ने देश भर के मौजूदा 194 दीपगृहों को प्रमुख पर्यटक स्थलों के रूप में विकसित करने पर विचार करने के लिए आज एक उच्च स्तरीय बैठक की। श्री मंडाविया ने कहा कि इससे दीपगृहों के आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को दीपगृहों के समृद्ध इतिहास के बारे में जानने का अवसर भी मिलेगा।
अधिकारियों ने दीपगृहों को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत की। श्री मंडाविया ने अधिकारियों को उन दीपगृहों की पहचान करने की सलाह दी जो 100 वर्ष से अधिक पुराने हैं। उन्होंने दीपगृहों के इतिहास और उनकी कार्यप्रणाली, उनके संचालन में उपयोग किए जाने वाले उपकरण आदि को दिखाने के लिए संग्रहालय बनाने पर जोर दिया है।
दीपगृहों के मास्टर डेवलपमेंट प्लान के अनुसार,जल निकायों के साथ-साथ संग्रहालय, जल-जीव शाला (एक्वैरियम),बच्चों के लिए क्रीड़ा स्थल और उद्यान जैसे कुछ प्रमुख आकर्षण स्थल बनाए जाएंगे।
मंत्री ने गोपनाथ,द्वारका और गुजरात के वेरावल दीपगृह में पर्यटन गतिविधियों को विकसित करने के लिए प्रगति का जायजा लिया।
मंत्री ने परियोजना पर जल्द से जल्द एक विस्तृत प्रस्तुति तैयार करने के लिए अधिकारी को निर्देश दिया। इस बैठक में सचिव,नौवहन मंत्रालय और महानिदेशक, लाइटहाउस एवं लाइटशिप्स महानिदेशालय और अन्य हितधारक शामिल हुए।