नई दिल्ली: केंद्रीय नौवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री मनसुख मंडाविया ने आज वर्चुअल समारोह के माध्यम से नाविकों के लिए ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली का शुभारंभ किया। नौवहन महानिदेशालय के तहत विभिन्न समुद्री प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी नाविक अब कोविड-19 महामारी के इस कठिन समय में अपने घरों से सुविधाजनक तरीके से परीक्षा दे सकेंगे।
अपने उद्घाटन भाषण में, श्री मंडाविया ने कहा कि भारत अपने कुशल और गुणवत्तायुक्त नाविकों के लिए जाना जाता है। 2017 में 1.54 लाख नाविकों से 2019 में नाविकों की संख्या 2.34 लाख तक पहुंच गई हैं और हमारा लक्ष्य भारतीय और वैश्विक समुद्री उद्योग की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए 5 लाख नाविकों को तैयार करना है। मंत्री महोदय ने कहा कि समुद्री क्षेत्र में भारतीय युवाओं के लिए व्यापक रूप से रोजगार सृजन की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में नौवहन मंत्रालय इन रोजगार के अवसरों को जुटाने के लिए अपना संपूर्ण प्रयास कर रहा है।
मंत्री महोदय ने प्रसन्नता व्यक्त की कि बदलते समय के साथ प्रशिक्षण संस्थानों की कार्यप्रणाली भी उसी के अनुरूप परिवर्तित हो रही है। श्री मंडाविया ने कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है, जिसने इस महामारी के समय में नाविकों के लिए अपने घरों से सुविधाजनक तरीके से ऑनलाइन परीक्षा का शुभारंभ किया है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा के कारण, परीक्षा की सटीकता और उम्मीदवारों के मूल्यांकन में एकरूपता को सुनिश्चित किया जा सकता है। ऑनलाइन परीक्षा के माध्यम से, नाविकों को अपनी सुविधानुसार घरों से परीक्षा देकर उत्तीर्ण होने का मौका मिलेगा।
वर्चुअल उद्घाटन समारोह के दौरान, नौवहन महानिदेशक श्री अमिताभ कुमार ने मंत्री महोदय को ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली की संपूर्ण कार्यप्रणाली से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि घर से परीक्षा देने की इस ऑनलाइन एग्जिट परीक्षा प्रणाली को अत्यधिक सुरक्षा विशेषताओं के साथ तैयार किया गया है, जिसमें परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों के किसी भी तरह के कदाचार की संभावना नहीं है। उम्मीदवार https://www.dgsexams.in/ वेबसाइट पर लॉगिन करके एग्जिट परीक्षा दे सकते हैं।
ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म, अनुमोदित प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा वर्चुअल क्लासरूम और पाठ्यक्रम के अंत में वर्चुअल ऑनलाइन एग्जिट परीक्षा से युक्त मॉड्यूलर पाठ्यक्रमों के लिए तीन स्तरीय प्रशिक्षण प्रणाली एक ऐसा समाधान है जो नाविकों के लिए न केवल प्रशिक्षण की गुणवत्ता और मानकों को सुनिश्चित करता है, बल्कि उनके ज्ञान की परख भी करता है। इसके अलावा समुद्री प्रशासन द्वारा प्रशासन और पर्यवेक्षण की आवश्यकता के अनुपालन को भी सुनिश्चत करता है, भले ही नाविकों को उनके घरों से सुविधापूर्वक ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा हो।
वर्चुअल समारोह को दौरान, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों में नौवहन सचिव श्री संजीव रंजन, नौवहन महानिदेशालय, समुद्री प्रशिक्षण संस्थानों के अधिकारी और नाविक भी उपस्थित थे।