लखनऊ: अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ श्री नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के 3टी ट्रेस, ट्रैक और ट्रीट अभियान के साथ-साथ आशिंक कोरोना कफ्र्यू तथा टीकाकरण के अभिनव प्रयोग से प्रदेश में कोरोना का संक्रमण नियंत्रण में है। प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण देशों एवं अन्य प्रदेशों के अपेक्षा कम है। आंशिक कोरोना कफ्र्यू के समय से प्रदेश में जीवन और जीविका बचाने के उद्देश्य से औद्योगिक, आर्थिक गतिविधियां, चीने मिले और गेहूॅ खरीद चालू रही। प्रदेश में सक्रिय मामले कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्ट करने की संख्या घटाई नहीं की जा रही है, ताकि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करके इलाज किया जा सके। विगत 24 घंटों मेे 2,70,723 कोविड टेस्ट किये गये है तथा अब तक 5 करोड़ 83 लाख से अधिक कोविड टेस्ट किये जा चुके है। उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य है। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल, 2021 के एक्टिव मामले 03 लाख 10 हजार से घटकर आज 2560 हो गये है। प्रदेश के प्रतिदिन आने वाले मामले 38 हजार से घटकर 133 हो गये है। प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अब तक 03 करोड़ 16 लाख कोविड की डोज दी जा चुकी है। माह जून में 01 करोड़ टीकाकरण लक्ष्य ंके सापेक्ष 01 करोड़ 25 लाख टीकाकरण किये गये है। उन्होंने बताया कि माह अगस्त के आखिरी तक सब मिलाकर 10 करोड़ टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है।
श्री सहगल ने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से निगरानी समितियों द्वारा ट्रेसिंग के तहत घर-घर जाकर संक्रमण की जानकारी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि 97 हजार ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर, जिसमें 80 हजार निगरानी समितियों द्वारा घर-घर जाकर उन लोगों का जिनमें किसी प्रकार के संक्रमण के लक्षण होने पर उनका एन्टीजन टेस्ट भी कराया जा रहा है। अगर एन्टीजन टेस्ट निगेटिव आने पर उनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जा रहा है, इसके साथ-साथ लगभग 16 लाख मेडिकल किट भी बांटी गयी है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.23 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है।
श्री सहगल ने बताया कि कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर के दृष्टिगत प्रदेश में विशेषज्ञ समिति की सलाह पर अस्पतालों में अवस्थापना सुविधा बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि संभावित कोविड की तीसरी लहर के तहत पीकू के बेड बढ़ाये जा रहे है। जिसके क्रम में 6700 पीकू बेड बढ़ाने के लक्ष्य के सापेक्ष 6324 बेड तैयार हो गये है तथा शेष पर तेजी से कार्य चल रहा है। प्रदेश में भविष्य में आॅक्सीजन की कमी न हो उसकी व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। प्रदेश में आॅक्सीजन प्लांट समुचित मात्रा में क्रियाशील किये जा रहे हैं।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने टीम-9 की बैठक में सोमवार, 05 जुलाई से मल्टीप्लेक्स सिनेमाहॉल, जिम और स्पोर्ट स्टेडियम को कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के साथ संचालन की अनुमति देने के निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइन्स जारी की जायेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने आज हेल्थ एटीएम का एक पे्रजेन्टेंशन देखा। उन्होंने प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयासों के क्रम में गांवों, छोटे कस्बों और महानगरीय क्षेत्रों हेल्थ एटीएम की स्थापना पर विचार किये जाने के निर्देश दिये है। इन अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से लोग बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक ऐज, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा, वजन सहित कई पैरामीटर की जांच कर सकते हैं। मुख्यमंत्री जी द्वारा इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार किये जाने के निर्देश दिये है। राजस्व विभाग द्वारा घरौनी और वरासत अभियान कार्यक्रमों ने आमजनमानस को बड़ी सुविधा प्रदान करने में सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री जी ने राजस्व विभाग द्वारा घरौनी और वरासत अभियान की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करने को कहा है।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा आज विभिन्न नियुक्ति बोर्ड के साथ बैठक करेंगे तथा बैठक में विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को शीघ्र भरे जाने की कार्ययोजना की समीक्षा की जायेगी। आज मुख्यमंत्री जी द्वारा कारागार एवं पुलिस विभाग के चयनित अभ्यार्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मिशन रोजगार के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसमें उद्योगों, एमएसएमई इकाइयों, बैंकों के माध्यम से लोन उपलब्ध कराकर विभिन्न एमएसएमई इकाइयों में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने बताया कि किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूॅ की खरीद डेढ़ गुना से अधिक की गयी है। खरीफ की फसल के लिए खाद बीज उपलब्ध कराया जा रहा है।