नई दिल्ली: टैक्स हेवन देश कहे जाने वाले पनामा की लॉ फर्म मोसेक फोंसेका के खुफिया दस्तावेज लीक होने से
दुनियाभर के कई दिग्गज नेता, कारोबारी और सेलेब्रिटीज इसके लपेटे में आ गए हैं, काला धन छिपाने के लिए मशहूर मुल्क पनामा की कंपनी मोजाक फोंसेका के दस्तावेजों में तकरीबन 500 भारतीयों का जिक्र भी है। बॉलीवुड के मशहूर सितारे अमिताभ बच्चन, उनकी बहू ऐश्वर्या रॉय बच्चन और रीयल इस्टेट टायकून केपी सिंह, मृतक गैंगस्टर इकबाल मिर्ची समेत 500 भारतीयों ने मोजाक फोंसेका का इस्तेमाल कर दुनिया भर में फर्जी कंपनियां बनाई और काला धन छिपाया।
इंडियन एक्सप्रेस ने पनामा की लॉ फर्म मोजाक फोंसेका की गोपनीय फाइलों के 11 मिलियन दस्तावेजों की जांच के बाद दावा किया कि 500 भारतीय नागरिकों ने संभवतः टेक्स के नियमों का उल्लंघन किया या विदेशों में फर्जी कंपनियां बनाकर काला धन छिपाया। समाचार पत्र ने दावा किया कि ऐश्वर्या रॉय ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड की एक फर्म में शेयर होल्डर थीं, जबकि अमिताभ बच्चन बहामास की चार शिपिंग कंपनियों के डायरेक्टर थे। इंडियाबुल्स के मालिक समीर गुलाटी ने बहामास और जर्सी की कंपनियों के जरिए लंदन में प्रॉपर्टी की खरीद की। डीएलएफ प्रमोटर केपी सिंह और परिजनों की भी ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में कंपनियां हैं।
इंडियन एक्सप्रेस ने दावा किया है कि 1995 में अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ABCL) के लॉन्च से दो साल पहले सुपर स्टार अमिताभ बच्चन को चार शिपिंग कंपनियों में डायरेक्टर बनाया गया था।
मोसेक फोंसेका के दस्तावजों के मुताबिक, ये चारों कंपनियां काला धन छुपाने के लिए मशहूर देशों यानी टेक्स हैवन में पंजीकृत की गईं। इन कंपनियों के नाम सी बल्क शिपिंग कंपनी लिमिटेड, लेडी शिपिंग लिमिटेड, ट्रेजर शिपिंग लिमिटेड और ट्रैंप शिपिंग लिमिटेड थे। पहली कंपनी ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में पंजीकृत थी, जबकि शेष बहामास में थीं।
इन कंपनियों का टर्न ओवर 5 हजार से 50 हजार डॉलर दिखाया गया, इंडियन एक्सप्रेस का दावा है कि जिन जहाजों से कंपनियां व्यापार करती थीं, वे करोड़ों डॉलर के थे। अमिताभ इन कंपनियों के प्रबंध निदेशक थे। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जांच में पाए गए तथ्यों पर अमिताभ ने अब तक अपना पक्ष नहीं रखा है। अमिताभ की बहू एश्वर्या रॉय और उनके परिवार के सदस्य तीन साल तक ऐसी कंपनी से जुडे़ रहे, जो कि ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में पंजीकृत थी।