देहरादून: मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में एन.आर.एल.एम में पंजीकृत महिला समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त करने हेतु मनरेगा के माध्यम से गेंदा (पुष्प उत्पादन) की व्यवसायिक
खेती करने तथा उससे स्थानीय लोगों की आर्थिकी मजबूत करने के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में यह प्रथम प्रकार की इस तरह की योजना है जिसमें पंजीकृत बेराजगारों को मनरेगा के माध्यम से मजदूरी का भुगतान किया जायेगा, जबकि उत्पादित पुष्पों की आमदनी से समूह लाभान्वित होंगे। उन्होने कहा कि पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफी की जायेगी तथा यदि यह योजना सफल होती है तो इस प्रकार मनरेगा से संबद्ध करते हुए अन्य प्रकार के पुष्पों एवं सब्जी के उत्पादन की योजना पर भी विचार किया जायेगा। उन्होने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि रोजगार चाहने वाले ऐसे समूह एवं व्यक्तियों जिनके जाॅब कार्ड नही बने हैं तो उनके जाॅब कार्ड तत्काल बनाये जाय। उन्होने उद्यान विभाग के अधिकारियों को गेंदा की खेती हेतु उन्नत बीज, उर्वरक, आवश्यक कृषि यंत्र, कीटनाशक दवाईंया समूह को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक में उद्यान विभाग द्वारा गेंदे की खेती के कुशल उत्पादन करने हेतु गेंदे के बीज, प्रजातियां, मृदा, जलवायु, पौध तैयार करना, रोपण हेतु नर्सरी तैयार करना, खाद एवं उर्वरक, सिंचाई, निराई, गोडाई, पिचिंग (कलिका नोचन), खरपतवार नियंत्रण, कीट नियंत्रण इत्यादि से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।
बैठक में जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए , स्टेट प्रोजैक्ट मैनेजर एन.आर.एल.एम विनिता नेगी, रतन टाटा ट्रस्ट से अजय अग्रवाल सहित महिला स्वंय सहायता समूह के सदस्य उपस्थित थे।