चमोली/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत गुरूवार को हल्द्वानी से जोशीमठ पहुंचे। जहां उन्होंने जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर मारवाडी में मलबा आने से बद्रीनाथ मार्ग के अवरूद्ध होने के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने मौके का स्थलीय निरीक्षण किया साथ ही यात्रा मार्ग में फंसे यात्रियों व श्रद्धालुओं से मिले। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं व तीर्थ यात्रियों का पूरा ध्यान रखा जाए ताकि उनको किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। मार्ग में फंसे यात्रियों व श्रद्धालुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। यात्रियों के लिए भोजन व लंगर की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों व श्रद्धालुओं की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने मौक पर मौजूद जिला प्रशासन व बीआरओ के अधिकारियों को मार्ग युद्धस्तर पर खोलने के निर्देश दिए। साथ ही अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी अशोक कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि सडक पर जो मलबा आया हुआ है, उसे हटवाने के लिए बीआरओ द्वारा युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बद्रीनाथ धाम में पूर्व की भांति श्रद्धालु/तीर्थ यात्री पहंुच रहे। साथ ही तीर्थ यात्रियों व श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।
इस अवसर पर सचिव मा. मुख्यमंत्री अमित नेगी, सचिव आपदा प्रबंधन आर. मीनाक्षी सुन्दरम, शिवालिक के चीफ इन्जीनियर ब्रिगेडियर जी.जे. सिंह, आईजी संजय गुंज्याल, 21 बीआरटीएफ के कमाण्डर कर्नल रामासुब्रमण्यम, एन.एच के चीफ इंजीनियर हरिओम शर्मा, औली आईटीबीपी के कमाण्डेंट सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ मौजूद थे।