भारतीय महिला मुक्केबाजों ने तुर्की में 32वें अहमत कोमर्ट मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक सहित सात पदक जीते। उधर, ओलम्पिक पदक विजेता एमसी मैरीकॉम ने पोलैंड में 13वीं अंतर्राष्ट्रीय सिलेसियन चैंपियनशिप में स्वर्णिम पंच लगाया और दिखाया कि वह अब से दो साल बाद होने वाले ओलम्पिक के लिए तैयार हैं।
मैरीकॉम ने कजाकिस्तान की कसानायेवा एगेरिम को 4-0 से पीटा। इस चैंपियनशिप में मैरीकॉम के स्वर्ण के अलावा भारत ने एक रजत और चार कांस्य सहित छह पदक जीते। भारतीय सीनियर मुक्केबाजों ने तुर्की में जहां सात पदक जीते वहीं जूनियर मुक्केबाजों ने पोलैंड में 6 स्वर्ण, 6 रजत और एक कांस्य सहित 13 पदक हासिल किए।
तुर्की में मोनिका, भाग्यवती कचरी और सिमरनजीत ने स्वर्ण पदक जीते। राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता पिंकी जांगड़ा और मीना कुमारी को फाइनल में हारने के बाद रजत से संतोष करना पड़ा। सोनिया और कविता चहल को कांस्य पदक मिले। मोनिका ने 48 किग्रा वर्ग में तुर्की की अयसे काजिरिर को 5-0 से पीटा जबकि भाग्यवती ने 81 किग्रा में सेल्मा कारकोयुन को 5-0 से धो डाला। सिमरनजीत ने 64 किग्रा में तुर्की की सेमा कलिसकन को 5-0 से हराया।