लखनऊ: शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी द्वारा बनाई गयी विवादास्पद फिलम राम जन्मभूमि के भडकाओ और विवादित ट्रेलर एवं फिल्म मेकिंग में लगाए गए संदिग्ध पेसे की मौलाना कलबे जवाद नकवी ने आज कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सरकार से फिल्म रिलीज पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
मौलाना ने जनता को संबोधित करते हुए जुमे के खुतबे में कहा कि 2019 चुनाव से पहले पुरी कोशिश यह होरही है कि हिन्दू-मुस्लिम और शिया व सुन्नी के बीच फसाद करा दिया जाये।इस फिलम के ट्रेलर से फसाद का खतरा बढ गया है। अगर सरकार दंगों और फसाद की आग से भारत को बचाकर रखना चाहती है तो इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाये।.मौलाना ने कहा कि इस फिल्म में जो निवेश किया गया है उसकी भी जांच होनी चाहिए। यह व्यक्ति आईएसआई का एजेंट है और उन्हीं के इशारे पर यह ऐसी हरकतें कर रहा ताकि भारत में सांप्रदायिकता की आग भड़काई जा सके, लिहाजा इस फिल्म में हुये निवेश की जांच कराई जाए और इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाये। यदि ऐसा नहीं होता है और फिल्म रिलीज के बाद दंगा भड़कता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
मौलाना ने कहा कि फैजाबाद में एक हिन्दू महिला के साथ जो दुर्व्यवहार किया गया है उसके अपराधियों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही नही की गई है। अपराधी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन के बहुत करीबी है और अभद्र हरकतों में लिप्त रहा है, लेकिन अब तक प्रशासन की ढिलाई के कारण उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही नहीं हो सकी है।ंमौलाना ने कहा कि अयोध्या वह महंत कैसे हैं जो ऐसे अपराधी के करीबी दोस्त के साथ बैठ जाते हैं और उसका विरोध नहीं करते है। मौलाना ने कहा कि सरकार वक्फ बोर्ड में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच कराये अगर मौजूदा सरकार यह जांच नहीं कराती है तो हम यह समझेंगे कि सरकार भ्रष्ट लोगों के साथ है और।