नई दिल्ली: आज चेन्नई में क्षेत्रीय संपादकों के सम्मेलन के दौरान वरिष्ठ पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के चेयरमैन श्री राघव चन्द्र ने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का लक्ष्य सड़क अवसंरचना का एक ऐसा देशव्यापी नेटवर्क बनाना एवं उसे बनाए रखना है, जो यांत्रिक दृष्टि से मजबूत होगा, जो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और कारगर एवं टिकाऊ विकास की जरूरतों के अनुरूप होगा। वर्ष 2014-15 और वर्ष 2015-16 में ठेके पर दी गई एवं पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने निम्नलिखित उपलब्धियों का ब्यौरा दियाः
2014-15 | 2015-16 | |
ठेके पर दी गई सड़कों की कुल लंबाई | 7566 किलोमीटर | 10,000 किलोमीटर |
निर्मित सड़कों की कुल लंबाई | 4410 किलोमीटर | 6029 किलोमीटर |
सम्मेलन में उपस्थित लोगों को ‘भारतमाला’ जैसी बड़ी पहल के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य तटीय एवं सीमावर्ती क्षेत्रों को आपस में जोड़ना है, जिनमें छोटे बंदरगाह, पिछड़े क्षेत्र, धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थल भी शामिल हैं। इस परियोजना का उद्देश्य चार धाम से कनेक्टिविटी में सुधार करना और सभी जिला मुख्यालयों को राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ना भी है।
श्री चन्द्र ने उपस्थित लोगों को यह भी बताया कि एक अन्य बड़ी पहल ‘सेतु भारतम’ किस तरह से देश में समस्त 208 लेवल क्रॉसिंगों पर रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) अथवा रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) का निर्माण कर सड़क यात्रा को सुरक्षित बनाएगी। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्गों को वर्ष 2019 तक रेलवे लेवल क्रॉसिंगों से मुक्त करना है। लेवल क्रॉसिंगों पर अक्सर होने वाली दुर्घटनाओं एवं जान-माल की क्षति को टालने के उद्देश्य से ही यह कदम उठाया जा रहा है। इन आरओबी अथवा आरयूबी का निर्माण 20,800 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।
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