लखनऊ: प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना के कोविड -19 की जांच हेतु लिए गए सैंपल की रिपोर्ट में कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। एसजीपीजीआई के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा आज उनके सैंपल की जांच की गई।
ज्ञातव्य है कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री गत 1 जून को राजकीय मेडिकल कॉलेज मेरठ में आकस्मिक चिकित्सा के संबंध में आमजन को दी जा रही सेवाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। वहां उन्होंने मरीजों को मिल रही चिकित्सीय सेवाओं के बारे मरीजों से जानकारी ली थी। बाद में वहां सुंदर नामक आर्थोपेडिक मरीज की कोविड -19 की जांच पॉजिटिव पाई गई। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बहुत ही कम समय में मास्क पहनकर मरीजों का हाल चाल लेते हुए उसके पास से गुजरे थे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि मेडिकल गाइडलाइंस के अनुसार 15 मिनट या उससे ज्यादा समय तक किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर कोरोना के संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। उन्होंने बताया कि मेरठ मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोविड -19 के संबंध में मेडिकल विभाग द्वारा जारी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अत्यंत अल्प समय के लिए मरीजों का प्रत्यक्ष हाल-चाल जानने तथा आकस्मिक चिकित्सा सेवाओं के बारे में जानकारी लेने हेतु वहां गए थे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि उन्होंने कोविड को प्राथमिकता देते हुए आकस्मिक चिकित्सा सेवाएं नान कोविड मरीजों को मिल सके, इसके लिए कानपुर, सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद तथा मुरादाबाद मेडिकल कॉलेजों का दौरा किया।