लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री, डा0 शिव प्रताप यादव ने कहा है कि राज्य सरकार थारू जनजाति के उत्थान के प्रति वेहद संवेदनशील है। उन्हांेने कहा कि थारू जनजाति के बच्चों को उच्च शिक्षा मिले, इसके लिए शीघ्र ही यहां पर महाविद्यालय की स्थापना कराई जाएगी। साथ ही इस क्षेत्र के विकास और यहां पर निवासित लोगों को रोजगार मुहैय्या कराने के लिए इस वन क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके अलावा इन लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें मिले, अतः इस क्षेत्र में एक अस्पताल का भी निर्माण कराया जाएगा।
डा0 यादव ने यह बात आज जनपद बलरामपुर स्थित सुहेलवा वन प्रभाग में एकलव्य शिक्षा निकेतन द्वारा आयोजित थारू जनजाति प्रकोष्ट सम्मेलन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि थारू जनजाति की बालिकाओं को उच्च शिक्षा मिले, इसके लिए यहां स्थापित आश्रम पद्धति कन्या इण्टर कालेज को शीघ्र ही महाविद्यालय के रूप मंे विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा यहां थारू जनजाति के बच्चों को तकनीकि शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए आई0टी0आई0 की स्थापना कराई गई है। इस क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए चेकडैम निर्माण की योजना प्रस्तावित है।
राज्यमंत्री ने कहा कि इस वन प्रभाग को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इससे यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा और इस क्षेत्र का विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि सुहेलवा वन्य जीव प्रभाग को भी विकसित किया जा रहा है। इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए चन्दनपुर में थारूहट के निर्माण कराया जायेगा। थारूहट का निर्माण से भारी मात्रा में यहां पर्यटक आएंगे और इस क्षेत्र का विकास होगा। यहां के लोगों को बेहतर एवं आकस्मिक चिकित्सा सुविधा मुहैय्या हो, इसके लिए यहां पर शीघ्र ही एक अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा। इस अवसर पर भारी संख्या में थारू जनजाति के लोग मौजूद थे।