लखनऊ: मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 श्री ओ0पी0 सिंह के साथ निदेशक, बिरला इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एण्ड साइंस, पिलानी और उनकी टीम की एक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में निम्न बातों पर विशेष बल दिया गयाः-
- उ0प्र0 पुलिस बल एवं उसकी अन्य शाखाएं सभी आधुनिक उच्चीकृत, वैज्ञानिक उपागमों का प्रयोग करने के लिये प्रतिबद्ध हैं, जिससे न्याय एवं साम्यता(मुनपजल) के हित में न्यायिक प्रणाली पर बेहतर निष्पादन कर सकें।
- दोनों पक्ष कतिपय विभिन्न क्षेत्रों में परस्पर साक्षेदारी के साथ कार्य करें।Ø
1-निवारक (चतमअमदजपअम)एवं भविष्यदर्शी(चतमकपबजपअम)चवसपबपदह
2-निर्णयन को सुदृढ़ीकरण करने हेतु व्यवस्था में ‘आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस’ का प्रयोग।
3-लाजीस्टिक(सवहपेजपबे)
4-व्यावसायिक एवं प्रकार्यात्मक कार्य अध्ययन-साक्ष्य संग्रहण, परिवहन एवं हैण्डलिंग के तरीके, चैन आफ कस्टडी, क्वालिटी कंट्रोल, क्वालिटी सुनिश्चयन इत्यादि एवं बिजनेस प्रोसेस विद इंजीनियरिंग पर कार्यवाही।
5-साइबर, फारेंसिक एकास्टिक्स, फारेसिंक इंजीनियरिंग, डीएनए परीक्षण, लाइ डिटेक्शन व नारको एनालिसिस, सिविल मैकेनिकल व इलेक्ट्रानिक इंजीरियरिंग, आइडेटिंग डैमेज इन बिल्डिंग/ब्रिज जैसे नव्य क्षेत्रों में सभी पक्षों के साथ प्रशिक्षण एवं संवेदनशील कार्यक्रम ।
दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि भविष्य में आवश्यकताओं के दृष्टिगत अपराधिक न्याय प्रणाली की सर्वोच्चतम तकनीक का बेहतर प्रबंधन एवं प्रयोग किया जायेगा, जिससे कि तकनीकी क्षेत्र में जो भी नये प्रयोग या अभिगम आदि हैं, उनका अपराधिक न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिये प्रयोग कर लिया जाये, जिससे कि आमजन के बुनियादी अधिकारों के पक्ष में बेहतर तकनीक का प्रयोग किया जा सके ।